अपने कलाकर्म की डायरी भी लिखे- कोमल पाण्डे
मूमल नेटवर्क, लखनऊ। ललित कला अकादेमी क्षेत्रीय केन्द, अलीगंज, लखनऊ में 5 जनवरी को राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली की सहायक क्यूरेटर कोमल पाण्डे ने-इन बिटविन आर्ट एण्ड लाइफ-मैपिंग इमेजिनेशन्स ण्एड एसप्रेशन्स विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कोमल पाण्डे ने अपने व्याख्यान में आज के दौर में कलाकारों द्वारा कलाकृतियों पर काम करने के साथ साथ इस बात पर जोर दिया कि वे अपने कलाकर्म की डायरी भी लिखे साथ ही पत्राचार के माध्यम से अथवा साक्षात्कार के माध्यम से अपने उन बातों को सामने रखे जिनसे यह पता लगाया जा सके कि कलाकार का जीवन, उसका संघर्ष और ऐसे घटक जो उसकी कला पर प्रभाव डालते हैं।
अपनी बात को मजबूत करते हुए कोमल पाण्डे ने मुख्य रुप से तीन बिन्दुओं को रेखांकित किया जिनमें शामिल हैं- कलाकारों की डायरी, कलाकारों के पत्र एवं उनके साक्षात्कार आदि जिसमें उल्लेखनीय हैं, वैनलॉग द्वारा अपने भाई थियो को लिखे पत्र, नसरीन मोहम्मदी के पत्र एवं अमृता शेरगिल द्वारा नेहरु को लिख्े पत्र एवं उनके जवाब में नेहरु जी ने अमृता शेरगिल को जो पत्र लिखें उनकी विषयवस्तु जो आज प्रलेखीकृत है, के द्वारा हमें उस समय कला का एवं कलाकार की सोच का पता चलता है साथ ही उनकी कल्पनाओं और उद्गारों से हम जुड़ते हैं। आज के समय में पत्रलेखन का चलन कम हो गया है, लेकिन अगर हम इतिहास पर नजर डाले तो महान व्यक्तियों द्वारा लिख्ð गये पत्र आज भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं, उस काल खण्ड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं एवं एक दस्तावेज के रुप में आज भी हमारे सामने है।
मूमल नेटवर्क, लखनऊ। ललित कला अकादेमी क्षेत्रीय केन्द, अलीगंज, लखनऊ में 5 जनवरी को राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली की सहायक क्यूरेटर कोमल पाण्डे ने-इन बिटविन आर्ट एण्ड लाइफ-मैपिंग इमेजिनेशन्स ण्एड एसप्रेशन्स विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कोमल पाण्डे ने अपने व्याख्यान में आज के दौर में कलाकारों द्वारा कलाकृतियों पर काम करने के साथ साथ इस बात पर जोर दिया कि वे अपने कलाकर्म की डायरी भी लिखे साथ ही पत्राचार के माध्यम से अथवा साक्षात्कार के माध्यम से अपने उन बातों को सामने रखे जिनसे यह पता लगाया जा सके कि कलाकार का जीवन, उसका संघर्ष और ऐसे घटक जो उसकी कला पर प्रभाव डालते हैं।
अपनी बात को मजबूत करते हुए कोमल पाण्डे ने मुख्य रुप से तीन बिन्दुओं को रेखांकित किया जिनमें शामिल हैं- कलाकारों की डायरी, कलाकारों के पत्र एवं उनके साक्षात्कार आदि जिसमें उल्लेखनीय हैं, वैनलॉग द्वारा अपने भाई थियो को लिखे पत्र, नसरीन मोहम्मदी के पत्र एवं अमृता शेरगिल द्वारा नेहरु को लिख्े पत्र एवं उनके जवाब में नेहरु जी ने अमृता शेरगिल को जो पत्र लिखें उनकी विषयवस्तु जो आज प्रलेखीकृत है, के द्वारा हमें उस समय कला का एवं कलाकार की सोच का पता चलता है साथ ही उनकी कल्पनाओं और उद्गारों से हम जुड़ते हैं। आज के समय में पत्रलेखन का चलन कम हो गया है, लेकिन अगर हम इतिहास पर नजर डाले तो महान व्यक्तियों द्वारा लिख्ð गये पत्र आज भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं, उस काल खण्ड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं एवं एक दस्तावेज के रुप में आज भी हमारे सामने है।
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