शुक्रवार, 19 जनवरी 2018

10 फरवरी तक चलेगी 59वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी

10 फरवरी तक चलेगी 59वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी
संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने किया प्रदर्शनी का उद्घाटन
मूमल नेटवर्क, नई दिल्ली। ललित कला अकादमी आयोजित 59वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का उद्घाटन संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कल अकादमी प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट्टी, सचिव विशालाक्षी निगम की मोजूदगी में किया। इस अवसर पर एनजीएमए के महानिदेशक अद्वैत गणनायक, विजय कुमारए, कैथरीन कुमार, प्रवेश खन्ना,  मुकुल पंवार, गोगी सरोजपाल, आनंदमॉय बनर्जी जैसे गणमान्य व्यक्तियों और पुरस्कृत कलाकारों के साथ भारी संख्या में कलाकार, कला आलोचक, कला संग्राहक व कलाप्रेमी उपस्थित थे।

डॉ. महेश शर्मा ने 59वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के कैटलॉग का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि, इस प्रतिष्ठित प्रदर्शनी के माध्यम से इतनी अधिक संख्या में कलाकार अकादमी से जुड़ते है। प्रदर्शनी में इतनी अधिक संख्या में प्राप्त प्रविष्टियों में से श्रेष्ठ का चयन करना ज्यूूरी के लिए वाकई कठिन काम था परन्तु उन्होंने कुशलतापूर्वक श्रेष्ठ कृतियों का चयन किया। यह प्रदर्शनी युवा और उभरते कलाकारों को एक मंच प्रदान करती है जहां विभिन्न कला माध्यमों के कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं।

डॉ. शर्मा ने कहा कि एक व्यक्ति जो हाथ से कार्य करता है मजदूर है, दिमाग से कार्य करता है तो इंजिनियर है परन्तु दिल से काम करने वाला कलाकार होता है। आईए हम साथ मिलकर इन कलाकारों की कला और सृजनात्मकता को अवसर दे।

डॉ. शर्मा ने अकादमी की सराहना करते हुए कहा कि, अकादमी अपने कार्यक्रमों के माध्यम से कला व संस्कृति को आगे बढ़ाने का सृजनात्मक कार्य कर रही है और इस तरह राष्ट्रनिर्माण में भी योगदान दे रही है। अन्त में उन्होंने अकादमीके सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कलाकारों से इसी प्रकार जुड़े रहने का संदेश दिया।
अपने उद्बोधन में अकादमी प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट्टी ने कहा कि, समकालीन कला की पहुंच व्यापक रूप से पूरी दुनिया में है जो निरन्तर विकसित हो रही है। अपने चारों ओर के वातावरण से प्रेरित होकर कलाकार नए माध्यमों पर प्रयोग कर रहे हैं। कलाकृति हर कलाकार की विशिष्ट शैली है जो भारतीय कला पर वर्तमान सांस्कृतिक और भौगोलिक प्रभावों का चित्रण है जिस कारण से आज कला में लोगों की रुचि बढ़ रही है। यह प्रदर्शनी उसी की बानगी है।
10 फरवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में 172 कलाकारों की 172 कृतियों के रूप में चित्रकला, मूर्तिशिल्प, ग्राफिक, फोटोग्राफी, ड्राईंग, इंस्टॉलेशन और कई कला माध्यमों की कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं।
उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट कलाकारों को मान्यता प्रदान करने और विलक्षण कलाकृतियों को प्रदर्शित करने हेतु ललित कला अकादमी प्रतिवर्ष राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी आयोजित करती है।

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