गणतंत्र दिवस परेड का आकर्षण रही
धर्म व कला का संगम गोंपा झांकी
मूमल नेटवर्क, दिल्ली/शिमला। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति का सुप्रसिद्ध कीह गोंपा नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षण का केंद्र बना। हिमाचल ने अपनी झाकी में लाहुल-स्पीति जिले में समुद्र तल से 4,166 मीटर की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध बौद्ध मठ कीह गोंपा को प्रदर्शित किया। यह झाकी गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य आकर्षण रही। राजपथ पर कीह गोंपा की झांकी और उसके साथ परंपरागत छत नृत्य व संगीत की सभी ने सराहना की।गोंपा कल और आज
कीह गोंपा की स्थापना 11वीं शताब्दी में की गई थी जिसमें आज भी प्राचीन बौद्ध चित्रकला व थंका चित्रकारी मौजूद है। इस धार्मिक प्रशिक्षण केंद्र में बड़ी संख्या में बौद्ध सन्यासी और लामा धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से रह रहे हैं। कीह गोंपा में करीब 300 भिक्षु-भिक्षुणिया बौद्ध धर्म की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह गोंपा विदेशी शोधार्थियों का भी केंद्र है। महान अनुवादक रिंचेन जंगपो के अवतारी लामा इस गोंपा के मठाधीश रहे हैं। मौजूदा मठाधीश टीके लोचेन टुलकू को रिंचेन जंगपो का 19वा अवतारी लामा माना जाता है। कीह गोंपा को वर्ष 1008 के आसपास बौद्ध लामा धोमतन ने बनवाया था।
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