अंतर्राष्ट्रीय कला मेले में लहराया महिला कलाकारों का परचम
कला मेले में महिला कलाकारों की संख्या अधिक
कला मेले में महिला कलाकारों की संख्या अधिक
कला मेले का तीसरा दिन
मूमल नेटवर्क, नई दिल्ली। ललित कला केंद्र द्वारा आयोजित व इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में चल रहे पन्द्रह दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कला मेले में महिला कलाकारों की अधिकता है। अपनी-अपनी कला को प्रदर्शित करती महिलाओं को देखकर नारी सशक्तिकरण की बात सार्थक लग रही है। इस मायने में यह मेला कला के साथ-साथ सामजिक उत्थान का भी केंद्र बनता जा रहा है।प्राची शाह महाराष्ट्र के कराड से हैं। वह यहाँ अपनी चार महिला मित्रों के साथ आई हैं। उनके स्टॉल पर कंटेम्पररी, लोक कला, मेडीटेटिव जेंटेंगल कला का एक खूबसूरत सम्मिश्र नजऱ आया जब उनसे पूछा गया कि उन्हें इस कला मेले में बाकी से क्या अलग लगा तो उन्होंने खुश होकर बताया कि, यहाँ उन्हें दुनिया भर की कला देखने और सीखने का मौका मिल रहा है। और सबसे बड़ी बात यह कि यहां काफी ज्यादा संख्या में महिला कलाकार हैं, जिससे उनकी ख़ुशी और बढ़ गयी है।
अपने खूबसूरत स्टॉल पर कलाकारी में लीन राम बाई मेले में शामिल होने के लिए भोपाल से आई हैं। राम बाई गोंड लोक चित्रकला में पारंगत हैं उनकी ख़ूबसूरत कलाकारी से उनकी स्टॉल सजी हुई है। राम बाई से जब कला मेले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने छूटते ही कहाए कि, इस मेले में दुनिया हमारे गांव की चित्रकला देखेंगी। उल्लेखनीय है कि, गोंड चित्रकला भारत के सबसे बड़े आदिवासी समूह गोंड आदिवासियों की पारंपरिक चित्रकला है।
लखनऊ की युवा स्कॉलर रश्मि सिंह व अन्य युवा महिला कलाकारों की कृतियां भी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं।
महिलाओं की इस विस्तृत भागीदारी पर ललित कला अकादमी के प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट्टी ने कहा कि, हमारा उद्देश्य सभी योग्य कलाकार को एक उचित प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध करवाने का था। यह बता कर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि कला मेले में महिला कलाकारों ने अधिक से अधिक भागीदारी दर्ज की है। उनकी वज़ह से कला मेले को वहउच्च स्थान प्राप्त हो गया है कि हम गर्व महसूस कर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय कला मेला महिला सशक्तिकरण का कलामय तरीका है। यह कलाकार दुनिया के कोने-कोने से आये हैं। कुछ विदेश से हैं तो कुछ भारत से।
कला मेले के तीसरे दिन मेले में खूब हलचल व उत्सव का माहौल रहा। मैजिकल पेंटर, पेपरमेशी
वर्कशॉप, पॉटरी वर्कशॉप के साथ-साथ कला प्रेमियों ने शाम को सबरंग ग्रुप द्वारा प्रस्तुत लाइव बैंड का भी लुत्फ़ उठाया।
प्रतिदिन दिन में 12 से रात के 8 बजे तक कलात्मक गतिविधियों की छटा बिखेरने वाले प्रथम अन्तरराष्ट्रीय कला मेले में कल चौथे दिन पुर्तगाल के नुनो फ्लोर्स के द्वारा वायलिन वादन होगा। साथ ही एक पुर्तगाली फि़ल्म की स्क्रीनिंग भी होगी।
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