साइनोटाइप वर्कशॉप का हुआ समापन
प्रतिभागियों ने सीखा एसिड-फ्री 'साइनोटाइप' प्रिंटमेकिंग आर्ट
मूमल नेटवर्क, जयपुर। साइनोटाइप प्रिंटमेकिंग की नॉन-टॉक्सिक तकनीकें सिखाने के लिए जवाहर कला केंद्र द्वारा आयोजित वर्कशॉप का कल समापन हुआ। रीफर्बिश ग्राफिक आट्र्स स्टूडियो में चल रही वर्कशॉप में छाप फाउण्डेशन की कविता शाह ने प्रतिभागियों को प्रिंटिंग की वैकल्पिक विधि ईको-फ्रेंडली प्रोसेस सिखाया।कविता शाह ने बताया कि प्रिंट मेकिंग की वैकल्पिक प्रोसेस का उपयोग करके हम ना सिर्फ पर्यावरण बल्कि प्रिंट मेकर्स की रक्षा भी कर रहे हैं जो प्रिटिंग के दौरान विभिन्न विषैले रसायनों को श्वसन प्रक्रिया के दौरान ग्रहण करते हैं। नई पीढ़ी को इन तकनीकों को सिखाना इसलिए आवश्यक है ताकि वे जहरीले रसायनों का उपयोग नहीं करें। नई पीढ़ी इन वैकल्पिक तकनीकों को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है और दूसरों को इसके बारे में जानकारी भी दे सकती है।
इस वर्कशॉप में 10 प्रतिभागियों ने ब्लू प्रिंट मेकिंग के आसान तरीके सीखे। उल्लेखनीय है कि 'साइनोटाइप' वर्कशॉप जेकेके में फरवरी एवं मार्च माह में आयोजित की जा रही चार वर्कशॉप श्रृंखला की दूसरी कार्यशाला है। इन सभी वकशॉप्स का मुख्य फोकस पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गैर-विषैली सामग्री का उपयोग करना है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें