रविवार, 18 फ़रवरी 2018

कलाकृतियों में दिखे युवा कलाकारों के प्रयोग

कलाकृतियों में दिखे युवा कलाकारों के प्रयोग
सात प्रदेशों के कलाकारों की कृतियां प्रदर्शित
मूमल नेटवर्क, इलाहबाद।
आज कलाकार केवल कारीगर की तरह कार्य नही करना चाहता। वह निरंतर अपनी कृतियों में नए प्रयोग करता है। अपने विचारों को नित नए व आधुनिक माध्यमो के द्वारा नवीन रूप प्रदान कर रहा है। एक दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक की भांति कार्य करने का विचार करता है। अपने जीवन दर्शन को निर्धारित करता है। वह केवल परंपरा का सहारा नही लेना चाहता अपितु अपने बुद्धि, विवेक के और अनुसंधान के बल पर कार्य करना चाहता है। इसी लिए आधुनिक कला के नए-नए रूप सामने आ रहे हैं।
निश्चित रूप से यह विचार उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र के महात्मा गांधी कला वीथिका में चल रही प्रर्दशनी को देखकर दर्शकों के मानस में आ रहे होंगे। सात प्रदेशों के कलाकारों की कृतियों से सजी तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन कल इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक सुनील गुप्ता ने किया। प्रदर्शनी में 48 कलाकारों की 55 कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं।
प्रदर्शनी में शामिल प्रदेश
इस प्रदर्शनी में सात प्रदेशों दिल्ली, कोलकाता, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और असम।
यह हैं कलाकार
अदिति सक्सेना, अच्युतानंद मिश्र, अजित कुमार, अक्षय सिंह, अम्बरीष मिश्र, अनिल कुर्मी, अंकित सिंह, बैशालिक धारा, भानु श्रीवास्तव, बृज मोहन आर्या, भूपेंद्र कुमार अस्थाना, धर्मेन्द्र कुमार, दिलीप कुमार पटेल, धीरज यादव, फरहान अली, गिरजा शंकर नेतम, जगजीत रॉय, जलज यादव, जिज्ञाषा मिंज, कौस्तुभ पांडेय, मनीष तामारकर, मोनिका भारती, डॉ नीता श्रीवास्तव, पूनम नागू, प्रदीप कुमार, प्रशांत पॉल, प्रीति सिंह, प्रियंका शाह, प्रमोद बरुआ, राहुल उषाहरा, राजेश सिंह, रंजन सिंह, रंजीता मौर्य, रश्मि सिंह, रवि अग्रहरि, रवि सोनी, रोहित सिंह, साक्षी केसरवानी, शनी केसरी, शुभम वर्मा, सिमरन नुरूला, सुनील काली, सुशील पाल, त्रिभुवन कुमार, वंछा दीक्षित, विवेक जायसवाल तथा युगल किशोर मंडावी।
प्रदर्शनी का समापन कल 19 फरवरी को होगा।

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