प्रथम अन्तरराष्ट्रीय कला मेले का उद्घाटन कल शाम 5 बजे
उपराष्ट्रपति करेगें मेले का उद्घाटन
मूमल नेटवर्क, दिल्ली। ललित कला अकादमी द्वारा पहली बार आयोजित होने वाले अन्तरराष्ट्रीय कला मेले का उद्घाटन कल शाम 5 बजे होगा। उद्घाटन इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में उपराष्ट्रपति एम.वैकया नायडू करेंगे। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा, अकादमी प्रशासक सी.एस.कृष्णा शेट्टी और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी अन्य मेहमानों के साथ उपस्थित होंगे।उद्घाटन समारोह में श्रीलंका के करुणादास ओलाबोडुवा नृत्य समूह द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य और भारत के पंडित हरीश गंगानी एवं साथियों द्वारा कथक नृत्य प्रस्तुति समारोह में रंग भरेगी।
यह होगा मेले में
कला मेले में विभिन्न कला गतिविधियों और कला वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा जिनमें दृश्यकला फिल्मोत्सव, पॉटरी, पटचित्र, पेपरमेशी वर्कशॉप, बेस्ट फ्रॉम वेस्ट वर्कशॉप, संगीतमय प्रस्तुतियाँ, डांस, ड्रामा, जेकियाए सीवेन्सी द्वारा वॉयलिन मेकिंग वर्कशॉप, आर्टिस्ट गपशप प्वाईंट, नुक्कड़ नाटक और कई प्रस्तुतियों का कला प्रेमी आनन्द लेंगे।
कला मेले में प्रस्तुत अन्तरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के तहत पुर्तगाल के नूनो फ्लोरेस द्वारा वॉयलिन वादन, साउथ एशियन अकादमी द्वारा डांस, यू.के. द्वारा प्रथम विश्व युद्ध में प्रेम और त्याग की कहानी श्द ट्राथ.उसने कहा था, जेरोस्लेव सिवेन्सी जेकिय द्वारा वॉयलिन वादन, यू.के. की देविका राव द्वारा यक्षगान, हंगरी के नोबर्ट केल द्वारा पियानो और देविका डांस थिएटर यू.के. द्वारा या देवी सहीत कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन होगा।
18 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में 800 से अधिक कलाकार भाग ले रहे है। इसे अन्तरराष्ट्रीय रूप से सफल बनाने के लिए कई दूतावास और सांस्कृतिक केन्द्र सहयोग दे रहे हैं। चीन, वेनेजुएला, पेरू, पुर्तगाल, श्रीलंका, पौलेंड, टयूनिशिया, मेक्सिको, बांग्लादेश, त्रिनिदाद, टोबेगो, फीजी, फ्रांस, पापुआ, न्यू गीनिया, चेकिया, यू.के., स्पेन और ब्राजील सहित कई देशों के कलाकार मेले में भाग ले रहें हैं। अन्तरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व सहित भारतीय कलाकारों और संस्थाओं के कला प्रदर्शन के लिए लगभग 325 स्टॉल बनाये गए हैं।
अकादमी प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट्टी ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय कला मेला ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है जब कला के बाजार में भारतीय कला के लिए सार्वभौम मंच हेतु एक प्रत्यक्ष मांग है। कला मेला का प्रमुख उद्देश्य कलाकारों और कला विशेषज्ञों के मध्य प्रत्यक्ष संवाद को प्रोत्साहित करते हुए कला के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना है। यही ललित कला अकादमी का लक्ष्य भी है।
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अभूतपूर्व रहेगा
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