राजस्थान मे भाजपा को कलाजगत की
नाराजगी से नुक्सान की आशंका
मूमल नेटवर्क, जयपुर। प्रदेश में कला शिक्षा के मसले पर पहले से नाराज कलाकारों में अब ललित कला अकादमी द्वारा 'राजस्थान 147' की चयन प्रक्रिया मेें हुई धांधली के बाद कला जगत में उभरे जबरदस्त असंतोष के चलते अगले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को इसका खमियाजा उठाना पड़ सकता है।
जानकारों का मानना है कि भाजपा की ओर से अकादमी में मनोनीत पदाधिकारियों की अनियमिताओ और मनमानी के चलते अराजकता का ऐसा माहौल कला जगत ने पहले कभी नहीं देखा गया। संगीत क्षेत्र से जुड़ेे सुरबहार वादन के ज्ञाता और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त अकादमी अध्यक्ष ललित कला से जुड़े कलाकारों का मिजाज भांपने और अपने अधिनस्त अधिकारियों पर आवश्यक अंकुश रखने में विफल साबित हुए। राजस्थान 147 जैसे महत्वपूर्ण आयोजन के लिए प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले कलाकारों के चयन में हुई मनमानी पर उनका कोई नियंत्रण नजर नहीं आया। नतीजतन ऐसे-ऐसे कलाकारों का चयन हो गया, जिनकी कला कभी प्रदेश स्तर पर भी कोई पहचान स्थापित नहीं कर पाई है। दूसरी ओर कई जाने-पहचाने नाम चयन से वंचित रह गए।
इसके अलावा स्कूली बच्चों की कलाशिक्षा और कलाशिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर प्रदेश में चल रहे आंदोलन के प्रति प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण भी कला जगत में नाराजगी का वातावरण पहले से बना हुआ है। जानकार कहते हैं कि कलाकार का अर्थ केवल एक कलाकार नहीं वरन उसका पूरा परिवार उसके दर्द में शामिल होता है। कला क्षेत्र में विधिवत अध्ययन न करने वाले शौकिया कलाकार व कलाप्रेमी भी ऐसी अराजकता से प्रभावित होते हैँ। कलाशिक्षा के लिए आंदोलनरत कलाकारों का कहना है कि इस बार केवल कला जगत ही नहीं उन स्कूली बच्चों के अभिभावकों की नाराजगी भी सामने आ सकती है, जिनके बच्चों को उचित कलाशिक्षा नहीं मिल पा रही है। इस संबंध में जागरुकता अभियान को और तेज किया जा रहा है।
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