'द्वादशी' कला प्रदर्शनी में वरिष्ठों के संग नवोदित रंग
मूमल नेटवर्क, बोकारो (झारखण्ड)। कल 30 जुलाई को डीपीएस चास के प्रदर्शनी हॉल में हुआ। कुल बारह खण्डों में रची गई इस प्रदर्शनी श्रृंखला की यह दूसरी कड़ी है। आयोजन का उद्देश्य वरिष्ठ कलाकारों के साथ नवोदितों की कला को प्रदशित करना है ताकि, झारखंड के कला-जगत में समकालीन चेतना विकसित की जा सके। 'द्वादशी' का यह दूसरा पड़ाव डीपीएस चास के सहयोग से आयोजित किया गया है।इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन का कोल बेड मिथेन परियोजना, ओएनजीसी के अधिशासी निदेशक एवं परिसंपत्ति प्रबंधक नवीन चंद्र पांडेय ने किया। इस अवसर पर विशेष रूप से आमन्त्रित अतिथियों के रूप में डीपीएस बोकारो की निदेशक/प्रधानाचार्य डॉ़ हेमलता एस़ मोहन, झारखंड विधानसभा के सदस्य अरूप चटर्जी, वरिष्ठ बाल चिकित्सक बी़ बी़ साहनी, एक्साइज, झारखंड सरकार के सहायक निदेशक आऱ एल़ रवानी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि, 'द्वादशी' की रचना झारखंड की समकालीन कला के महत्व को रेखांकित करना है। इसलिए 12 प्रदर्शनियों की योजना बनाई गई है। जिसमें से 11 प्रदर्शनियों का आयोजन रांची, बोकारो सहित झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में किया जाएगा। 12वीं (समापन) प्रदर्शनी दिल्ली में होगी। इस श्रृंखला में प्रसिद्घ भारतीय चित्रकारों के साथ झारखंड के वरिष्ठ चित्रकारों और युवा/नवोदित कलाकारों को एक मंच पर लाया जा रहा है। पहली प्रदर्शनी इसी वर्ष 12 से 16 जून तक रांची की आद्रे हाउस आर्ट गैलरी में आयोजित की गई थी।
इस आयोजन का विशेष प्रिव्यू आर्टिस्ट अमित हारित और संयोजन अभिषेक कश्यप का होगा।
दूसरी कड़ी में प्रदर्शित कलाकार
वरिष्ठ कलाकार
जोगेन चौधरी, नंद कत्याल, अर्पणा कौर, अखिलेश, प्रतुल दाश, रामानुज शेखर, हरेन ठाकुर, सी. आऱ. हेम्ब्रम, दिनेश सिंह, दिनेश कुमार राम, दिलीप टोप्पो व सुनील कुमार।
युवा/नवोदित कलाकार
वाजदा खान, हेमलता, मिथुन दासगुप्त, ए. क़े. डगलस, दीपांकर कर्मकार व भारत कुमार जैन।
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