बुधवार, 11 जुलाई 2018

एक ब्रश राष्ट्र के नाम का अगला पड़ाव टोंक में

एक ब्रश राष्ट्र के नाम का अगला पड़ाव टोंक में
मूमल नेटवर्क, कोटा। मात्र 8 से 60 वर्ष की आयु के कलाकारों की राष्ट्र को समर्पित कला यात्रा 'एक ब्रश देश के नाम' का अगला पड़ाव 15 और 16 जुलाई को टोंक में होगा।
सन् 1857 से 1947 के बीच घटित ऐतिहासिक गाथाओं को कला के माध्यम से जीवित कर राष्ट्र भर में प्रदर्शित करने का एक अनूठा प्रयास कोटा के कलाकारों की टीम द्वारा किया जा रहा है। टीम की मेंबर व आयोजन की संयोजक डॉ मुक्ति पाराशर ने बताया कि, 'एक ब्रश देश के नाम' थीम का यह आयोजन पूरे देश भर में चलाया जाएगा। आयोजन की शुरुआत इसी वर्ष जनवरी में कोटा की आर्ट गैलेरी से की गई। इसके बाद मार्च में आयोजन की अगली कड़ी के रूप में भोपाल के स्वराज भवन में स्वतन्त्रता सैनानियों पर आधारित चित्र प्रदर्शनी लगाई गई।
डॉ मुक्ति ने बताया कि, आयोजन का अगला पड़ाव टोंक में 15 व 16 जुलाई को होगा। इसमें डॉ. मुक्ति पाराशर के साथ मुख्य रूप से  अनुपम पंवार, ज्योत्सना, राकेश शर्मा, अब्दुल राशिद, अतुल शर्मा, सीमा शर्मा, विजयेन्द्र, भव्या, कविता परिहार, मल्लिका शाह इत्यिादि 30 कलाकारों की 60 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जाएगा।
टोंक के बाद अगस्त में जयपुर में प्रदर्शनी लगेगी। डॉ मुक्ति ने कहा कि, अगस्त में ही महरात्मा गांधी की 150वीं जयन्ति के अवसर पर दिल्ली राजघाट पर भी प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।अपर आधा
इस प्रकार के आयोजन का विचार कैसे आया? यह पूछने पर डॉ मुक्ति ने कहा कि, एक बार टीम मेम्बर्स ने जब छोटे बच्चों से सुखदेव व भगतसिंह के लिए पूछा तो वो कोई जवाब नहीं दे पाए। इसलिए नई जनेरेशन को संदेश देने के लिए 'एक ब्रश राष्ट्र के नाम, कुछ रंग राष्ट्रवाद के नामÓ से सिलसिलेवार प्रदर्शनियों के आयोजन का निर्णय लिया गया।
(फाइल फोटो)

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