आज हुआ 38वीं छात्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन
श्रेष्ठ कृतियों के विद्यार्थी कृतिकार हुए सम्मानित
मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी की 38वीं छात्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन आज शाम अकादमी परिसर में किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रमुख शासन सचिव व परिवहन विभाग के आयुक्त शैलेन्द्र अग्रवाल थे। इस अवसर पर राजस्थान उर्दु अकादमी के अध्यक्ष अशरफ अली भी उपस्थित थे। इस प्रदर्शनी के लिए अकादमी को राज्य भर से 306 छात्र-छात्राओं की 646 कलाकृतियां प्राप्त हुई थीं। इनमें से 79 छात्रों की 103 कृतियों को प्रदर्शन के लिए चुना गया है। पुरस्कार के लिये 10 कृतियों का चयन किया गया जिन्हें आज 5-5 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से नवाजा गया।मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों से सम्बोधित होते हुए कहा कि, अकादमी से में कई सालों से जुड़ा हूं। आज प्रदर्शित कृतियों को देखकर लग रहा है कि कार्य का स्तर बढ़ा है। नई तकनीकें सामने आ रही हैं। छात्रों की मेहनत के साथ इन परिणामों के लिए शिक्षक भी बधाई के पात्र हैं।
अकादमी के अध्यक्ष डॉ. अश्विन एम. दलवी ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि, आप लोग कला साधक ही नहीं कला योगी भी हैं। क्योंकि योग के बिना जो बनता है वो क्राफ्ट होता है। आप लोगों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां समाज का दपर्ण हैं। उन्होनें कला विद्यार्थियों को आमन्त्रित करते हुए कहा कि नए विद्यार्थी अपने विचार अकादमी से शेयर करें।
इन कृतियों और कृतिकारों को मिला पुरस्कार
जयपुर से मुबशेरा बानों की माई होम, मो. समीर खान की पोट्रेट स्टडी-1, संस्कृति अग्रवा की टी स्टॉल, उदित अग्रिहोत्री की कतार-2, उदयपुर से जयेश सिकलंगर की 1.2. .3. .4. .5. .., दिव्या चूण्डावत की दी मोस्ट लव्ड मशीन-2, मुक्ता शर्मा की लाइफ ऑफ इनफिनिटी, वनस्थली से अदिति दाधीच की कलेक्टिव पॉवर एवं शालिनी पॉल की लायब्रेरी-1 तथा कुचामन सिटी से मुकेश कुमार की ब्याह-1
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