शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

20वें कला मेले की तैयारियां चरम पर

20वें कला मेले की तैयारियां चरम पर
मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित 20वें कला मेले की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं।  4 से 8 जनवरी तक रवींद्र मंच परिसर में आयोजित होने वाले कला मेले को भव्य बनाने की कोशिश की जा रही है।
20वें कला मेले में कलाप्रेमी ना केवल कलाकृतियों का दीदार कर पाएंगे वरन् गीत, संगीत, नृत्य व नाटक की प्रस्तुतियों का लुत्फ भी उठा पाएंगे। इस वर्ष के मेले की शुरुआत इस बार पद्मश्री गुलाबो और उनके साथी कलाकारों की प्रस्तुति से होगी। अकादमी के अध्यक्ष डॉ. अश्विन एम.दलवी और मेला संयोजक डॉ. नाथू लाल वर्मा ने बताया कि इस बार का कला मेला कई मायनों में व्यापक होगा। इसमें राज्य के विविध कलारूपों का तो संगम होगा ही, इसके अवावा कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार पहली बार शिरकत करेंगे। समारोह में होने वाली सांस्कृतिक गतिविधियां राज्य की विभिन्न अकादमियों के सहयोग से आयोजित की जाएंगी।
हमेशा की तरहा आर्टिस्ट मेले में लगी स्टॉल्स पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस वर्ष मेले में 120 स्टॉल्स बनाई गई हैं। हमेशा की तरहा पेंटिग कॉम्पीटीशन, लाईव डेमोस्ट्रेशन, इंस्टॉलेशन व आर्ट कैम्प का आयोजन किया जाएगा। आर्ट फिल्म शो में जहां फिल्मों का प्रदर्शन होगा वहीं कला चर्चाओं के दौर में विद्वान वक्तागण रोचक व गम्भीर विषयों पर चर्चा करेंगे। मेले में पहली बार फोटोग्राफी एग्जीबिशन भी लगाई जा रही है।
विभिन्न अकादमियों व कला संस्थानों के सहयोग से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिसमें आईसीसीआर के सहयोग से पद्मश्री कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो की नृत्य प्रस्तुति, संस्कृत अकादमी के सहयोग से नृत्य नाटिका रत्नावली का मंचन, संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से लंगा-मांगणियार कलाकारों के लोक गीतों की प्रस्तुति, ब्रज भाषा अकादमी के सहयोग से डीग के अशोक शर्मा के निर्देशन मेें महारास, मयूर नृत्य, ब्रज रसिया के अलावा फूलों की होली जैसी भव्य प्रस्तुतियो के साथ ंराजस्थान के भवाई और चरी नृत्य प्रस्तुत किये जाऐंगे। इस अवसर पर सौरभ श्रीवास्तव के निर्देशन में नाटक आत्मकथा का मंचन भी किया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं: