हैरिटेज पर स्क्वायर फीट
मूमल नेटवर्क, मुंबई। &1 कलाकारों का एक ग्रुप शो हैरिटेज पर स्क्वायर फीट क्र्लाक हाउस बॉम्बे में 10 मई से चल रहा है। शोएब चडखान द्वारा क्यूरेटेड इस शो को कलाप्रेमी 6 जून तक देख सकते हैं।यह प्रदर्शनी आम प्रदर्शनियों से हटकर एक विचार पर टिकी है। प्रदर्शनी का विचार मैसूर में हुआ, जहां क्यूरेटर एक शताब्दी पुरानी द इंडिया सॉन्ग हाउस में रह रहा था। यह स्थान कला रचनाओं और योग गतिविधियों से भरा था। बाद में मकान मालिक ने संपत्ति को एक रियल एस्टेट फर्म को बेच दिया, जिसकी प्रसिद्धि विकास के नाम पर पुरानी संरचनाओं को खत्म करने की थी। संपत्ति बेचने से ठीक पहले, एक कलाकार योगानंद ने क्यूरेटर को घर का चित्र प्रस्तुत किया। पेंटिंग की गड़बड़ी ने शोएब को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या वह इमारत को बचाने के लिए कुछ भी कर सकता है।
मानव जाति के प्रगति का विचार हमेशा उसके आस-पास की जगह को बदल देता है। बदलते समय के साथ आत्मनिर्भर गांव कस्बों और शहरों में फैल गए हैं। हमारे चारों ओर निर्मित रिक्त स्थान रूपांतर से गुजरते हैं, विस्थापन का कारण बनते हैं। निर्मित रिक्त स्थानों का भविष्य हमें जमीन से आकाश तक डरावना रूप दे देगा, इसलिए हमें जो प्रश्न पूछने की ज़रूरत है वह यह है कि हम क्या संरक्षित करेंगे और हम इसे कैसे करना चाहिए।
यह प्रदर्शनी पुरानी संरचनाओं यानि हैरिटेज के संरक्षण के लिए प्रेरित करती है।
प्रदर्शनी के कलाकार
ए.एम स्वामी, आधिरिका कारा, अम्बिका शंकर, अंजलि सकलेशपुर, अनिल चन्द्रन, आयशा अब्राहम, भारत कुमार डी.एस, ब्रह्मानन्द, चन्द्रकला एम.एन, चारलोट.के, डेबोराह स्टोम्बर्ग, सोमेश देसाई, धनश्री गडियार, गौरव कुमार, काव्याश्री शास्त्री, महेश बी. लिंगैह, मनोज गुड्डेकुप्पा, स"िादानन्द कलियुर, शैतान सिंह, शरत कुमार, शिवकुमार रंगैह, स्मिता निंगराज, श्रीधर वी.जी., सुजान घोष, सुरेश एच.एस., विजय कुमार सी.एस., विकास उर्स, विनय एच.एस., विश्वनाथ एच. के., विश्वनाथ कोंडलीगट्टा तथा योगानन्द एल.।
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