गुरुवार, 29 मार्च 2018

'कलर्स ऑफ़ द स्पिरिचुअल्टी' आज से

'कलर्स ऑफ़  द स्पिरिचुअल्टी' आज से
मूमल नेटवर्क, नई दिल्ली। डॉ. अमिता खरे के चित्रों की प्रदर्शनी 'कलर्स ऑफ़  द स्पिरिचुअल्टी' का उद्घाटन आज शाम 6 बजे आल इंडिया फाइन आर्ट सोसाइटी में होगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ललित कला अकादमी के प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट़टी व विशेष अतिथिे के रूप में जयपुर आर्ट समिट के फाउण्डर शैलेन्द्र भट्ट उपस्थित रहेंगे। 
बी वी एम कॉलेज ग्वालियर के ललित कला विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता खरे ने अपने चित्रों के रंगों के विभिन्न प्रयोग किये हैं जो सराहनीय हैं। रंगों की इस अनन्त यात्रा के बारे में शैलेन्द्र भट्ट ने मूमल को विशेष तौर पर बताया कि, भौतिक और भौगोलिक क्षेत्र में रंग सबसे सुंदर पहलुओं में से एक हैं। हम चारों तरफ  रंगों से घिरे हुए हैं, लेकिन कितनी बार हम असंख्य रंगों में कई बारीकियों को नहीं देख पाते हैं। आध्यात्मिक रूप से  रंग हमको आभा और ऊर्जा के रूप में आकर्षित करते हैं। आभा आध्यात्मिक ऊर्जा क्षेत्र है हम अलग अलग तरह की आध्यात्मिक प्रक्रियाओं के लिए अलग अलग तरह के रंगों का प्रयोग करते हैं।
हम सभी एक दैनिक आधार पर रंगों को पसंद करते हैं। आध्यात्मिक अनुसंधान के माध्यम से, हमने पाया है कि जो  रंग हम चुनते हैं वो हमारे आध्यात्मिक स्तर को प्रभावित करते हैं। अलग-अलग तरह की आध्यात्मिक प्रक्रियाओं के लिए हम अलग अलग तरह के रंगों का प्रयोग करते हैं। हमारे शरीर के भीतर सभी एक सौ चौदह चक्रों में से एक सौ बारह चक्र किसी न किसी रंग से संबंधित हैं।
इसी प्रकार हम जो कपड़े पहनते हैं उनके रंग हमको सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रकार से प्रभावित करते हैं इस तरह रंगों का कुछ विशेष प्रभाव होता है, आप लाल रंग पहनकर भी खराब मूड में हो सकते हैं और काला रंग पहनकर भी आप जोशीले हो सकते हैं। ऐसा संभव है, लेकिन क्या इनसे आपको मदद मिलती है? ऐसे कई सवाल हैं जिनका जबाब इस प्रदर्शनी में मिल सकते हैं।

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