2018 के ग्लेनफिडिक इमर्जिग आर्टिस्ट- बिप्लब सरकार
मूमल नेटवर्क, नई दिल्ली। सिलीगुड़ी के मूल निवासी बिप्लब सरकार को इस साल का 'ग्लेनफिडिक इमर्जिग आर्टिस्ट' चुना गया है। यह घोषणा नई दिल्ली में 'बेस्ट कॉलेज आर्ट डॉट कॉम' गैलरी में की गई, जिसमें शीर्ष पांच चयनित लोगों के काम को प्रदर्शित किया गया।
सूक्ष्म कलाकृतियां (मिनियेचर आर्ट) बनाने वाले सरकार यह सम्मान पाने वाले सातवें व्यक्ति हैं। बिप्लप की कलाकृतियों में शरीर और वस्तु के रिश्ते को शहरी संदर्भ में दिखाया गया है, जो मुख्य रूप से रेहड़ी पटरी वालों की जीवनशैली और संघर्ष को बयां करते हैं। ये वो लोग हैं जो विरासत स्थलों, पर्यटन स्थलों, स्थानीय बाजारों में काम करते नजर आते हैं या स्वंतत्र रूप से इधर-उधर घूमते-फिरते देखे जाते हैं।
बिप्लब को अवार्ड के साथ ही दस लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाएगी। जिसमें प्रति माह 120,000 रुपये का अंतर्राष्ट्रीय भत्ता और 500,000 रुपये का कार्य भत्ता शामिल होगा। इसके साथ वह बेस्ट कॉलेज आर्ट.कॉम गैलरी में प्रदर्शनी भी लगा सकते हैं। इमर्जिग आर्टिस्ट चुने जाने के बाद बिप्लब ग्लेनफिडिक 'आर्टिस्ट इन रेजीडेंस' प्रोग्राम में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस प्रोग्राम के तहत वह दुनिया भर के कलाकारों के साथ स्कॉटलैंड स्थित ग्लेनफिडिक डिस्टिलरी में तीन महीने का समय व्यतीत करेंगे।
अपनी खुशी जाहिर करते हुए सरकार ने कहा कि, मैं 'आर्टिस्ट इन रेजीडेंस' प्रोग्राम को लेकर बेहद उत्साहित हूं। मैं दुनिया भर के विभिन्न संस्कृति से ताल्लुक रखने वाले कलाकारों के साथ मिलकर कुछ अलग रचना करने के लिए उत्सुक हूं।
शीर्ष दावेदारों की सूची में शामिल होने वाले अन्य कलाकारों में पी. योगिश नाईक, अंजू कौशिक, लोकनाथ प्रधान और दीपक कुमार शामिल थे।
'विलियम ग्रांट एंड संस इंडिया' के निदेशक पीटर गोर्डन ने कहा कि एक बिल्कुल अनपेक्षित पृष्ठभूमि में हम प्रयोग करने और असाधारण कार्यो को करने के लिए भारतीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करने को लकेर बेहद खुश हैं।
'इमर्जिग आर्टिस्ट ऑफ द ईयर-2018' के 12 सदस्यीय जूरी में जाने-माने कलाकार, गैलरी के मालिक, कला समीक्षक और संग्रहकर्ता शामिल थे। जूरी सदस्यों ने अंतिम पांच के चयन से पहले और भारत को विजेता चुनने से पहले 1,700 प्रविष्टियों की समीक्षा की।
क्या है इमर्जिग आर्टिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड
'इमर्जिग आर्टिस्ट ऑफ द ईयर' ग्लेनफिडिक के 17 साल पुराने 'आर्टिस्ट्स इन रेसिडेंस' (एआईआर) कार्यक्रम का हिस्सा है, जहां विभिन्न देशों के विजेताओं को स्कॉटलैंड के ग्लेनफिडिक डिस्टिलरी में तीन महीने रहने के लिए मिलता है। इसकी शुरुआत वर्ष 2002 में हुई थी।
इस प्रोग्राम के तहत दुनिया भर के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन कर अंतरराष्ट्रीय ख्याति पाने का विशेष अवसर उपलब्ध कराया जाता है। यह कार्यक्रम छह भारतीयों सहित 20 देशों के 152 कलाकारों की मेजबानी कर चुका है।
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