गुरुवार, 15 मार्च 2018

इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प 22 से

इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प 22 से
मूमल नेटवर्क, चित्तौडग़ढ़।
चित्तौडग़ढ़ आर्ट सोसायटी इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प 22 मार्च से आयोजित करने जा रही है। तीन दिवसीय कैम्प वन्य जीवों के संरक्षण पर केन्द्रित होगा। बस्सी के वन्यजीव अभ्यारण्य में होने वाले इस कैम्प में देश-विदेश की 10 महिला कलाकार भागीदारी करेंगी। उद्घाटन समारोह  22  मार्च की सुबी 11 बजे होगा।
चित्तौडग़ढ़ आर्ट सोसायटी के सचिव मुकेश शर्मा ने बताया कि इस संस्करण में वन्यजीव संरक्षण व जागरूकता   मुद्दों पर कला के माध्यम से कार्य करने का प्रयास किया जाएगा।  पर्यावरण संरक्षण,  वन्यजीव संरक्षण  जागरूकता का संदेश देने के लिए 10 महिला  कलाकार शिरकत करेंगे, जिसमें से 4 विदेशी कलाकार और  6 भारतीय मूल कलाकार भाग लेंगे। यह कलाकार पब्लिक आर्ट, लैंड आर्ट, इंस्टॉलेशन, प्रदर्शनी, आर्ट कैंप, मूर्तिकला निर्माण, सेमिनार, परंपरागत कला के साथ  प्रस्तुति देंगे। शर्मा ने बताया कि यह सभी कार्यक्रम उपवन संरक्षक (वन्यजीव) की सहभागिता से पूर्ण किया जाएगा।
यह कलाकार होंगे कैम्प में
उपवन संरक्षक (वन्य जीव) अधिकारी मुकेश सैनी ने  बताया कि इस परियोजना में भारत के अतिरिक्त जापान , रूस, बांग्लादेश ,देश  के कलाकार भाग लेंगे है। इसमें भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी कलाकार अपने अपने क्षेत्र में बरसों से अपने हुनर का प्रदर्शन करते आए हैं। परियोजना  में आने वाले कलाकारों में जापान की  कलाकार शिको  व मेबीको, रूस की नतालिया  एवं बांग्लादेश की  दीनार सुल्ताना शिरकत करेगी।
कार्यक्रम समन्वयक दीपिका शर्मा ने बताया कि, राजस्थान यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कृष्णा महावर परफॉर्मिंग आर्ट के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण व महिला सशक्तिकरण पर परफॉर्मेस देेंंगी,  वनस्थली विद्यापीठ की रिसर्च एसोसिएट करुणा राजपूत पेंटिग से जागरूकता का संदेश देंगी, पंजाब से एसोसिएट प्रोफेसर शिवजोत इंस्टालेशन, चंडीगढ़ से गुरजीत स्कल्पचर, अहमदाबाद,मुंबई  से राज नंदिनी फोटोग्राफी व चित्तौडग़ड़ से चित्रा बांगड़ पेंटिंग के जरिये अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करेंगी। 

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