रविवार, 25 मार्च 2018

इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प का हुआ समापन


 इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प का हुआ समापन
डॉ. कृष्णा महावर की आर्ट परर्फोमेंस ने खड़े  किये सवाल 
मूमल नेटवर्क, बस्सी। चित्तौड़गढ़ आर्ट सोसायटी आयोजित इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प  में महिला कलाकारों ने वन व वन्य जीवों के साथ स्त्रियों की सामाजिक स्थिति का चित्रण प्रभावशाली तरीके से किया। तीन दिवसीय कैम्प का समापन कल 24 मार्च को हुआ।
वन्य जीवों के संरक्षण, इकोफ्रेंडली ट्यूरिज्म को प्रोत्साहन देने व वन्यजीवों से जुड़ी गतिविधियों के प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से तीन दिवसीय इंटरनेशनल वुमन इनवायरमेंटल आर्ट कैम्प बस्सी स्थित सेंचुरी में आयोजित किया गया था। कैम्प के समापन अवसर पर महिला कलाकारों की कृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। जापान ये आई महिला कलाकार सेइको कामोशिना द्वारा बस्सी स्थित सेंचुरी में जंगली जानवर देख कर तैयार की गई कलाकृति ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
डॉ. कृष्णा महावर की आर्ट परर्फोमेंस ने खड़े किये सवाल 
राजस्थान यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कृष्णा महावर द्वारा प्रस्तुत आर्ट  परर्फोमेंस द हाउस एंड द फाारेस्ट ने भारतीय महिलाओं की सामाजिक स्थति पर कई सवाल खड़े किये। अमूर्त शैली के 25 मिनट की अवधि के इस परर्फोमेंस में एक भारतीय महिला की सामाजिक बाध्यताओं और जकडऩो के साथ पशुओं के जीवन की सामाजिक सभ्यता का तुलनात्मक प्रदर्शन किया गया। जहां मानव होते हुए भी उनमे पैशाचिक प्रवृति का बोलबाला है तो दूसरी और जंगली जानवर भी सभ्यता और परस्पर सौहार्द के साथ जीवन गुजारते है। इन्ही प्रवृतियों के इर्द गिर्द समाज की धुरी कही जाने वाली स्त्री जाति (भारतीय परिप्रेक्ष्य में) ऐसी चौखट पर खड़ी है जो ना तो पूरी तरह पारंपरिक रही है और ना ही पूर्ण रूप से आधुनिक हो पा रही है। जो घर की मर्यादा का केंद्र बिंदु बन पूरा भार उठाती है तो स्वतंत्र होकर दुनिया मे विचरती भी है। नॉन लीनियर पद्धति और इम्प्रोवाईजेशन का सहारा लेकर गुंथी गई यह परफॉर्मेंस कई प्रश्नों के साथ जूझती हुई सभी दर्शकों को अभिभूत कर गई।

इस अवसर पर जापान की कलाकार मेबिको द्वारा शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में चित्तौडग़ड़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, प्रधान प्रवीण सिंह, चित्तौडग़ढ पुलिस अधीक्षक प्रसन्न खमेसरा, उदयपुर सीसीएफ  राहुल भटनागर, डीएफओ मुकेश सैनी व उपप्रधान सीपी नामाधरानी के साथ आर्टिस्ट डॉ. चिमन डांगी, डॉ. रघुनाथ शर्मा, आर्ट सोसायटी के सह-सचिव विजय व्यास, समन्वयक दीपिका व आस-पास के ग्राम वासी, पर्यवारण प्रेमी, कलाप्रेमी व कई गणमान्य लोग मौजूद थे। समारोह का संचालन किरण आचार्य ने किया।


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