शनिवार, 29 सितंबर 2018

विज्ञान सम्मलेन में पेग का औसिलेशन

विज्ञान सम्मलेन में पेग का औसिलेशन
मूमल नेटवर्क, जयपुर। शहर में होने वाले एन जी बी टी अंतराष्ट्रिय विज्ञान सम्मलेन के दौरान प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप की समह प्रदर्शनी औसिलेशन का प्रदर्शन होगा। कल &0 सितम्बर से आरम्भ हो रही इस प्रदर्शनी में लगभग सत्रह कलाकारों की पचपन कृतियां प्रदर्शित की जाएंगी।
पेग के प्रवक्ता रविकांत माइकल ने बताया कि 'औसिलेशन' विज्ञान और कला के नैसर्गिक रिश्ते को उजागर करने वाली एक अनूठी कला प्रदर्शनी है। इसका मूल उद्देश्य समय की सतत गति और उसके आवर्तन को कलात्मक अभिव्यक्ति के रूप प्रस्तुत करना है जिसका आधार सहज दृश्यात्मक लय है। इस प्रदर्शनी की संकल्पना चेन्नई की क्यूरेटर गीता हड्सन और शहर के युवा चित्रकार अमित कल्ला ने की है।
प्रदर्शनी में शामिल कलाकारों में आर बी गौतम, प्रो. भवानीशंकर शर्मा, हिमांशु व्यास, ताबिना अंजुम, अभिषेक कुमावत, हंसराज कुमावत, एल एन नागा, संजीव शर्मा, किशन खटिक, बाकर नकवी, श्वेत गोयल, शीतल चितलांगिया, पूजा भार्गव व मनोज टेलर प्रमुख हैं।
आयोजन के दौरान प्रोजेक्ट स्टूडियो एक्सटेंशन के अंतर्गत पेग सदस्य लाइव आर्ट का भी प्रदर्शन करेंगे। लाइव प्रदर्शन की शुरुआत शुरुआत पेग अध्यक्ष आर बी गौतम करेंगें। रेखाओं पर अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले कलाकार दुर्गेश अटल स्केचिंग और ब्लैक एंड वाइट पोट्रेट बनायेंगे
कुकस स्थित फ़ेयरमाउन्ट होटल में आयोजित प्रदर्शनी का समापन 2 अक्टूबर को होगा। 

रविवार, 23 सितंबर 2018

शिखर सम्मान 2017: हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी ने मांगे आवेदन

शिखर सम्मान 2017
 हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी ने मांगे आवेदन
मूमल नेटवर्क, शिमल। प्रदेश में जन्में साहित्यकारों और कलाकारों से हिमाचल कला संस्कृति, भाषा अकादमी ने उन्हें सम्मासनित करने के आवेदन आमन्त्रित किए हैं। यह आवेदन शिखर सम्मान, कला सम्मान एवं स्वैच्छिक संस्था सम्मान योजना के तहत वर्ष 2017 के लिए आयोजित किए जाने वाले सम्मान समारोह के लिए मांगे गए हैं। आवेदन की अन्तिम तिथि 5 अक्टूबर है।
उल्लेखनीय है कि, हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा प्रदेश की पारंपरिक एवं समकालीन निष्पादन एवं ललित कला, भाषा, साहित्य और संस्कृति की विभिन्न विधाओं या विधा विशेष में एक शिखर तक आजीवन एवं उत्कृष्ट योगदान और विशेष उपलब्धियों के लिए दो शिखर सम्मान प्रदान किए जाते हैं।
निष्पादन कला में पारंपरिक लोक एवं समकालीन रंगमंच, संगीत एवं नृत्य और ललित कलाओं में पारंपरिक लोक एवं आधुनिक चित्रकला, मूर्तिकला, काष्ठ कला, छायांकन, हस्तशिल्प, कार्टून, रेखांकन आदि  विधाओं में से एक या एक से अधिक विधाओं में आजीवन और उत्कृष्ट योगदान के लिए एक-एक सम्मान प्रदान किया जाएगा। अकादमी ने प्रदेश में जन्में कलाकारों के जीवन वृत्त, उनकी उपलब्धियों और कला के लिए किए गए उनके योगदान के लिए प्रमाणों और निर्मित कलाकृतियों सहित कार्यक्रमों का विवरण, छाया चित्र और समाचार पत्रों की कतरनों आदि सहित आवेदन मांगे हैं।
आवेदन कोई भी व्यक्ति, पंजीकृत संस्था व स्वयं कलाकार या साहित्यकार भेज सकता है। आवेदन करने से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए दूरभाष नं. 0177-2624330 और मोबाइल 94184-70345 पर संपर्क किया जा सकता है।

क्रॉस बॉर्डर आर्ट कनेक्ट


क्रॉस बॉर्डर आर्ट कनेक्ट
जयपुर आर्ट समिट का छठा संस्करण दिल्ली में मेट्रो संस्करण 2018
मूमल नेटवर्क, दिल्ली/जयपुर। जयपुर आर्ट समिट अपने छठे संस्करण को मेट्रो संस्करण 2018 के रूप में दिल्ली में आयोजित करेगा। क्रॉस बॉर्डर आर्ट कनेक्ट नाम से आयोजित यह संस्करण 4 अक्टूबर से आरम्भ होकर 10 अक्टूबर को सम्पन्न होगा। इस शिखर सम्मेलन के आयोजन की परिकल्पना सांस्कृतिक आदान-प्रदान करना, नए कला उत्पादन को प्रेरणा देना और भारत व बाकी दुनिया के बीच महत्वपूर्ण कला संबंध बनाने पर आधारित है।
मेट्रो संस्करण 2018 का लक्ष्य विदेशी और भारतीय कलाकारों द्वारा कुछ बेहतरीन कलाकृतियों को प्रस्तुत करना है और सभी कलाकारों, कला प्रेमियों और उत्साही लोगों के लिए एक मंच तैयार करना है । इसके साथ ही इनके लक्ष्य में सीमाओं से परे कला की सच्ची भावना में खुद को अभिव्यक्त करना शामिल है।
सप्ताह भर तक चलने वाला यह आयोजन तीन आयामी है जिसमें आर्टवर्क का प्रदर्शन, टॉक शो तथा कला प्रतियोगिता शामिल है। आयोजन का उद्घाटन 3 अक्टूबर की शाम 6 बजे नई दिल्ली के तानसेन मार्ग स्थित श्रीधरानी गैलरी में 'क्रॉस बॉर्डर आर्ट कनेक्ट' प्रदर्शनी के पूर्वावलोकन के साथ होगा।
6 अक्टूबर को सुबह 11 से एक बजे तक किरण नादार म्यमजियम ऑफ आर्ट के सहयोग से 'केएनएमए कला प्रतियोगिता' आयोजित होगी जिसमें कॉलेज, विश्वविद्यालय और संस्थागत विद्यार्थी हिस्सा ले सकते हैं। 7 अक्टूबर को आर्ट इन द टाईम्स ऑफ इंटरनेट विषय पर कला आलोचकों, कला प्रशंसकों व कलाकारों के बीच चर्चा होगी। 8 अक्टूबर को डॉ.भारती शर्मा कलर थेरेपी पर व्याख्यान देंगी। इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए जयपुर आर्ट समिट की वेबसाइट पर रजिस्टरेशन करवाया जा सकता है।

बुधवार, 19 सितंबर 2018

यशपाल बराण्डा को मिली पीएचडी उपाधि



यशपाल बराण्डा को मिली पीएचडी उपाधि
मूमल नेटवर्क, उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय ने याशपाल बराण्डा को पीएचडी की उपाधि प्रदान की है। यह उपाधि उन्हें महाराणा प्रताप कालीन सांस्कृतिक वैभव एवं कला स्त्रोत-एक समीक्षात्मक अध्ययन विषय के शोध कार्य पर प्राप्त हुई है। यह शोध यशपाल ने सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के दृश्य कला विभाग के सह-आचार्य उॉ. धर्मवीर वशिष्ठ के निर्देशन में किया था।

ललित कला अकादमी की उपाध्यक्ष संगीता यादव को जिंदा जलाने की कोशिश

ललित कला अकादमी की उपाध्यक्ष 
संगीता यादव को जिंदा जलाने की कोशिश
मूमल नेटवर्क, जौनपुर। उत्तर प्रदेश ललित कला अकादमी की पूर्व उपाध्यक्ष संगीता यादव को जिंदा जलाने की कोशिश की गई है। संगीता यादव ने अपने सास-ससुर पर जलाने का आरोप लगाया है। सोमवार 17 सितम्बर की शाम संगीता के भाई धर्मेंद्र यादव की तहरीर पर पति दुर्गेश, सास प्रभाती, ससुर जयनाथ यादव के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बदलापुर पुलिस ने उनके ससुर को हिरासत में ले लिया है। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। बताया गया है कि वो 20-25 फीसदी जल गई हैं।
गायिका के तौर पर भी पहचान रखने वाली संगीता यादव अखिलेश सरकार में ललित कला अकादमी की उपाध्यक्ष थीं। संगीता सपा सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। 42 वर्षीय संगीता यादव का मायका मछलीशहर थाना क्षेत्र के कताहित गांव में है। उनकी शादी 2016 में बदलापुर तहसील के बिठुआकला में दुर्गेश यादव के साथ शादी हुई थी। बताया गया है कि कुछ दिन से शादी ठीक नहीं चल रही थी और पति-पत्नी में अनबन थी। पति और पत्नी के बीच विवाद को लेकर रविवार 16 सितम्बर को ससुराल में पंचायत भी हुई थी।

शुक्रवार, 14 सितंबर 2018

शिखर से समंदर तक में दिखी जर्नलिस्ट की दृष्टि


शिखर से समंदर तक में दिखी जर्नलिस्ट की दृष्टि
मूमल नेटवर्क, जयपुर। जवाहर कला केंद्र की चतुर्दिक आर्ट गैलरी में जयपुर फोटो जर्नलिस्ट एसोसिशन की दूसरी नेशनल फोटो एग्जीबिशन सजी हुई है। 12 सितम्बर से आरम्भ हुई इस सात दिवसीय एग्जीबिशन शिखर से समंदर तक में 9 राज्यों के 49 फोटोजर्नलिस्ट की 150 तस्वीरों को सजाया गया है।
इस एग्जीबिशन में भारतीय जनजीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं से जुड़ी छवियां हैं और साथ में हैं देश के हिस्टोरिकल मोन्यूमेंट्स, विभिन्न प्रदेशों में पाए जाने वाले पशु-पक्षी और प्रकृति के नजारे। शहर की आईसीए गैलेरी की पहल से आयोजित की गई इस एग्जीबिशन का उद्घाटन आर्ट एंड कल्चर डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव डॉ. कुलदीप रांका और राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. अश्विन एम. दलवी ने किया।

दिवंगत फोटोग्राफर्स को दी श्रृद्धांजलि
इस अवसर पर दैनिक भास्कर सीकर के मनोज राठौड़, नोएडा नेशनल दुनिया के ओमपाल शर्मा, इंडियन एक्सप्रेस दिल्ली के रवि कनौजिया को उद्घाटन से पूर्व कुछ क्षणों का मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। उल्लेखनीय है कि इन तीनों फोटो जर्नलिस्ट द्वारा लिए गए फोटोग्राफ्स को भी एग्जीबिशन में प्रदर्शित किया गया है। इस एग्जीबिशन का समापन 18 सितम्बर को होगा।

मंगलवार, 11 सितंबर 2018

स्टेट अवार्ड आवेदन की तिथि बढ़ी

स्टेट अवार्ड आवेदन की तिथि बढ़ी
मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी ने स्टेट अवार्ड के लिए आवेदन व कृतियां स्वीकार करने की अन्तिम तिथि बढ़ा दी है।   अब कलाकार अपनी कृतियों को 10 सितम्बर के स्थान पर 25 सितम्बर तक अकादमी कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि प्राप्त कृतियों में से श्रेष्ठ 10 कृतियों को 25-25 हजार रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

युवा कृतिकारों के ग्रुप शो का उद्घाटन आज

युवा कृतिकारों के ग्रुप शो का उद्घाटन आज
मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी  6 युवा कलाकारों की कृतियों से सजी प्रर्दशनी का आयोजन अकादमी की दीर्घा में ककर रही है। इस प्रदर्शनी का उद्धघाटन आज शाम 4 बजे  अकादमी अध्यक्ष डॉ. अश्विन एम दलवी  व सचिव सुरेन्द्र सोनी करेंगे । आमजन इन कृतियों को कल 12 सितम्बर से 15 सितम्बर तक देख सकते हैं।
प्रदर्शनी में शामिल कलाकार हिम्मत गायरी ने अपने जीवन के कुछ पलों की एकेरी गई ड्रॉइंग, हर्षित वैष्णव ने ग्राफिक्स के माध्यम से अघोरी जीवन क्रियाओं, मनीष सैनी ने चित्रित टायर द्वारा चलते रहने का सन्देश, अर्जुन सिंह ने अमूर्त कला द्वारा प्रकृति व जीवन, मुबश्शेरा बानो ने अपने घर के दैनिक जीवन के चित्रण तथा चित्रा नेहरा ने महिला पावर को प्रदर्शित किया है।

सोमवार, 10 सितंबर 2018

रूस को तलाश है 50 वर्ष पुराने बाल कलाकारों की

रूस को तलाश है 50 वर्ष पुराने बाल कलाकारों की
तलाश में शामिल हैं 8 भारतीय कलाकार
मूमल डेस्कवर्क। लगभग 50 वर्ष पहले रूस की मैक्सिको सिटी में ओलम्पिक खेल आयोजन के दौरान 'वर्ल्ड चिल्ड्रन पेंटिंग फेस्टिवल' का आयोजन किया गया था। इसमें 8 भारतीय बाल कलाकारों सहित 80 देशों के बाल कलाकारों ने हिस्सा लिया था। आज रूस उन सभी बाल कलाकारों को सम्मानित करना चाहता है, जो कि अब अंधेड़ावस्था में पहुंच चुके होंगे। उन कलाकारों को सम्मान देने के साथ तब बनाई गई पेंटिंग्स को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
सन् 1968 में मैक्सिकों में पहली बार ओलम्पिक खेलों का आयोजन किया गया था। भारत सहीत 80 देशों के 1800 बाल कलाकारों ने अलग-अलग विषय पर लगभग 1800 पेंटिंग्स बनाई थी जिसमें से कई पेंटिंग्स आज भी रूस के पास संग्रहित हैं।
इन्ही पेंटिंग्स की रूस द्वारा फिर से एग्जीबिशन लगाने की तैयारियां की जा रही हैं। एग्जीबिशन का नाम 'अ वर्ल्ड  आफ फैंडशिप- 50 साल बाद' नाम से लगने वाली एग्जीबिशन के दौरान रूस इन पेंटिंग्स के रचियताओं का सम्मान करना चाहता है। तब के बाल कलाकारों की तलाश इसी कारण की जा रही है जो काफी कठिन कार्य है।
केरल-दुबई में हैं दो बच्चे
केरल में 58 वर्षीय डॉ. कामत और दुबई में उनके बड़े भाई सुरेश (59) के लिए इस खबर ने बचपन की याद ताजा करने का काम किया। डॉ. लीला सुधाकरण कामत और सुरेश सुधाकरण जो उस वक्त 8 और 9 साल के थे की पहचान हो गर्इ है ये दोनों भाई-बहन इस वक्त केरल और दुबई में हैं। बता दें कि 1968 के अखबार की ब्लैक एंड व्‍हाईट तस्वीर में लीला का नाम देख परिवार के सदस्यों ने इसकी पहचान की। 1966 से 1970 तक सुधाकरण परिवार मेक्सिको में था। यहां उनके पिता भारतीय विदेश सेवा अधिकारी के तौर पर भारतीय दूतावास में थे। लीला ने बताया कि बड़े से एरिया में आयोजित कंपटीशन के दौरान उन्‍होंने एक घर का चित्र बनाया था और उनके भाई ने हवाई जहाज का। 1970 में कामथ और सुधाकरण को मेक्सिको छोड़ना पड़ा क्योंकि उनके पिता की पोस्टिंग त्रिनिदाद में हो गई थी।
एक प्रतिभागी का देहान्त
पत्रकार केतन त्रिवेदी के प्रयासों से एक प्रतिभागी का पता चल चुका है जिसका नाम जितेन्द्र नवनीतलाल पारीख है। बड़ौदा के श्री सयाजी हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान उस आट्र फेस्टिवल में हिस्सा लेने वाले पारीख की उम्र तब 15 वर्ष की थी। अफसोस कि, एक लम्बी बिमारी के बाद पारीख का सन् 1998 में देहान्त हो गया है।
शेष बचे  कलाकारों को तलाश करने के प्रयास किये जा रहे हैं। मैक्सिको दूतावास के पास उन सभी प्रतिभागियों के नाम व आयु के दस्तावेज मौजूद हैं। दूतावास का मानना है कि उन भारतीय बच्चों ने 'शंकर इंटरनेशनल चिल्ड्रेन आर्ट कॉम्पीटिशन' के बैनर तले हिस्सा लिया होगा। यह मुक़ाबला केशव शंकर पिल्लई ने शुरू कराया था। वो एक कार्टूनिस्ट थे जिन्होंने दिल्ली का मशहूर शंकर डॉल म्यूजिय़म (बहादुरशाह जफ़ऱ मार्ग पर स्थित) स्थापित किया था।
दूतावास का कहना है कि तीन बच्चे शायद भारतीय दस्ते के साथ मेक्सिको भी गए थे जहां उन्होंने शहर की मशहूर सड़कों के किनारे दीवारों पर अपनी कला का प्रदर्शन किया था।
इनकी तलाश जारी है
इन कलाकारों में सुजाता शर्मा(तत्कालीन उम्र 14 वर्ष) नई दिल्ली, इरा सचदेव (तत्कालीन उम्र 12 वर्ष) दिल्ली, सनत कुंडू (तत्कालीन उम्र 13 वर्ष), विवेक कुचिभाटला (तत्कालीन उम्र 9 वर्ष), इला इम्स (तत्कालीन उम्र 8 वर्ष)  के नाम शामिल हैं जिनकी तलाश जारी है।

सोमवार, 3 सितंबर 2018

'रिद्मिक पास्ट' में रागात्मक अतीत का प्रदर्शन

'रिद्मिक पास्ट' में रागात्मक अतीत का प्रदर्शन
पौलेण्ड की मशहूर आर्ट गैलरी में विनय शर्मा की एकल चित्र प्रदर्शनी
इन्टरनेशनल कैम्प में कर रहे हैं भारत का प्रतिनिधित्व
मूमल नेटवर्क, पौलेण्ड। यहां इन दिनों एक इन्टरनेशनल कैम्प आयोजित किया गया है। इस कैम्प में अतीत से जुड़ी परम्पराओं में आधुनिकता को संजोने वाले विश्व के चुनिंदा 11 कलाकारो को आमन्त्रित किया गया है। इन ग्यारह कलाकारों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए जयपुर के  ख्यातनाम कलाकार विनय शर्मा भी अपनी कला के जलवे दिखा रहे हैं।
आर्ट कैम्प में विनय शर्मा प्रकृति से जुड़े अनुभवों को अपने रंग-रेखाओं से रूपान्तरित कर रहे हैं। इस दौरान वह स्वयं निर्मित हैण्डमेड पेपर पर 200 वर्ष पुरानी पाण्डुलिपियों, स्टाम्प पेपर, बहियों, जन्पत्रियों की कैलिग्राफी में अतीत से वर्तमान का संवाद कराती चित्रकृतियों का लाईव डेमो देकर पौलेण्ड के कला प्रेमियों को लुभा रहे हैं। यह इन्टरनेशनल आर्टिस्ट कैम्प 16 सितम्बर तक चलेगा।
इसी दौरान हाउस ऑफ द पीपल (डॉम लूडोनी) स्थित गांव स्वाने में विनय की 'रिदमिक पास्ट' श्रृंखला की कलाकृतियां का एकल प्रदर्शन चल रहा है। वहीं पर उनकी कलाकृतियों में आए रागात्मक अतीत के साथ उनके द्वारा बरते माध्यमों पर विशेष संवाद भी हो रहा है।
कैलसी शहर मे बीडब्ल्यूए आर्ट गैलरी में विनय की कलाकृतियों की एकल प्रदर्शनी रखी गई है। इसमें भारतीय कला के सौंदर्य बोध में मिथकों, आख्यानों और मान्यताओं आधारित चित्रों का विश्वभर से आए दर्शक रस ले रहे हैं। विनय ने इधर 12 राशियों पर आधारित चित्रो के साथ ही रेखांकन में जीवनानुभूतियों को संजोया है। पुराने बहियों, ताड़ पत्रों, स्टाम्प पेपर से जुड़े सुनहरे अतीत और 200 साल पुराने पाण्डुलिपियों पर वह स्वनिर्मित हैण्ड पेपर पर अपनी कलाकृतियां का प्रदर्शन कर रहे हैें। वह अतीत से जुड़े अपने संसार 'रिद्मिक पास्ट' के बारे में विश्वभर से आए कलाकारों को रोचक जानकारी भी दे रहे हैं। यह आयोजन 1 सितम्बर से जारी है, इसका समापन 16 सितम्बर को होगा।


रिफलेक्शन-3 में प्रदर्शित है मण्डल की नई श्रृंखला

रिफलेक्शन-3 में प्रदर्शित है मण्डल की नई श्रृंखला
मूमल नेटवर्क, दिल्ली। त्रिवेणी आर्ट गैलेरी में छत्तीसगढ़ के ख्यात कलाकार पूर्णेन्द्रू मण्डल की नई चित्र श्रृंखला रिफलेक्शन-3 का प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनी का उद्घाटन 3 सितम्बर को हुआ जो 12 सितम्बर तक चलेगा। पूर्णेन्द्रू की यह 21वीं सोलो प्रदर्शनी है।
पूर्णेंद्र मंडल ने हाल ही में कोलकाता, बनारस घाट और इसके बहुमुखी प्रतीकात्मक रूपों के अन्य शहरों के प्रतिबिंबों को दर्शाते हुए एक चित्र श्रृंखला तैयार की है। यह श्रृंखला कैनवास पर एक्रिलिक और तेल रंगों से उकेरी गई हैै। इसमें कई सुरम्य दृश्य समाहित हैं जैसे बनारस घाट, शहर के दृश्य, कोलकाता में शहरी जीवन और मौसम के कई रूप यथा शहर में पहली रोशनी, बारिश के बाद जीवन, एक बरसात का दिन, रिक्शा खींचने वाले, तूफान इत्यादि।
मानसून के चित्रों में दृश्य प्रभाव भी शामिल हैं जैसे बारिश की बूंदें, धुंध, गीला जलवायु और पानी में प्रतिबिंब। इसके साथ ही पूर्णेन्द्रू ने वाराणसी के गंगा घाटों को चित्रित किया है जो तीर्थयात्रियों, मंदिरों और धार्मिक पर्यावरण से भरे हुए है। इनके चित्रों में सौंदर्यशास्त्र के विकास को देखा जा सकता है। 

इरा की रोनडेवू विद कलर्स कल से

इरा की रोनडेवू विद कलर्स कल से
मूमल नेटवर्क, जयपुर। आर्टिस्ट इरा टाक की 9वीं एकल चित्र प्रदर्शनी रोनडेवू विद कलर्स का उद्घाटन कल शाम 4 बजे राजस्थान ललित कला अकादमी की दीर्घा में होगा। अकादमी के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथी के रूप में अकादमी अध्यक्ष डॉ. अश्विन दलवी करेंगे। इस अवसर पर सीएम के सचिव डॉ. के.के. पाठक, पद्मश्री आर्टिस्ट शाकिर अली, वी केयर की चेयरपर्सन अपर्णा कुच्छल व दिल्ली की पत्रकार गीताश्री विशेष आमन्त्रित अतिथियों के रूप में उपस्थित होंगे।
प्रदर्शनी में इरा की हाल ही में बनाई गई लगभग 50 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी 9 सितम्बर तक चलेगी।

पेंटिंग्स की विभिन्न शैलियों में जीवन्त हो रह कृष्ण रूप

पेंटिंग्स की विभिन्न शैलियों में जीवन्त हो रह कृष्ण रूप
मेरे तो गिरधर गोपाल फैस्टिवल 6 सितम्बर तक बढ़ाया
मूमल नेटवर्क, जयपुर। सी-स्कीम स्थित के.के. स्क्वायर में दर्शनम संस्थान की ओर से मेरे तो गिरधर गोपाल फैस्टिवल चल रहा है। इसमें कृष्ण भक्ति को समर्पित भजन, वादन व कला प्रदशर्नी लगाई गई है। विभिन्न स्थानों की शैलियों से कलाकार नितप्रति अपनी कूचि से कृष्ण के विभिन्न रूपों को जीवन्त कर रहे हैं।
समारोह के संयोजक अभिनव बंसल ने बताया कि लोगों की रूचि को देखते हुए इस समारोह को 6 सितम्बर तक बढ़ा दिया गया है। पहले ये समारोह 3 सितम्बर को समाप्त होना था। इस दौरान प्रदेश के चालीस कलाकारों की श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित पेंटिंग्स प्रदर्शित रहेंगी।

श्री कृष्ण की लीलाएं जीवंत हुई ब्रज की सांझी में

श्री कृष्ण की लीलाएं जीवंत हुई ब्रज की सांझी में
मूमल नेटवर्क, अजमेर। संस्कार भारती अजमेर इकाई द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर पहली बार सांझी कला को मांडना विधि द्वारा चित्रांकित करने की कार्यशाला का आयोजन किया गया । सांझी के अंतर्गत श्री कृष्ण की शरारतें जीवंत हुई । वृंदावन में राधा जी एवं गोपियों के वस्त्रों का हरण बाल्यकाल में श्रीकृष्ण द्वारा किया गया इस मनमोहक दृश्य का चित्रांकन कलाकारों द्वारा 20 फुट की विशाल सांझी के अंतर्गत किया गया ।  कार्यशाला का संयोजन चित्तौड़ प्रांत के भू- अलंकरण प्रमुख संजय कुमार सेठी द्वारा लोक कला भवन, वैशाली नगर में किया गया।
संस्कार भारती के महासचिव महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ब्रज में मन्दिरों में इन दिनों सांझी सजाई जाती है।  यह एक लोकोत्सव है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रांतीय अध्यक्ष श्रीमान एक के रेना ने कलाकारों द्वारा चित्रांकित की गई सांझी का अवलोकन किया एवं उन्हें इस लुप्त होती लोक कला को पुनर्जीवित करने के प्रयासों की सराहना की । कार्यशाला के अंतर्गत सुश्री अलका शर्मा के निर्देशन में लता दगदी, अक्षरा महेश्वरी, प्रियंका जैन, लता शर्मा, छवि दगदी, आरिफा एवं संजय कुमार सेठी द्वारा विशाल सांझी का चित्रांकन किया गया । संस्कार भारती द्वारा सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया इन सभी कलाकारों को आगामी कुंभ मेले में अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर इकाई द्वारा प्रदान किया जाएगा । कार्यक्रम में विशेष सहयोग कृष्णमोहन रंगा एवं नीरज पारीक का रहा ।