राष्ट्रीय प्रिंट मेकिंग कार्यशाला
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कलाकार भी हैं प्रतिभागी
मूमल नेटवर्कद्व नई दिल्ली। ललित कला अकादमी आयोजित प्रथम प्रिंट मेकिंग बैनाले के तहत प्रिंट मेकिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला का उद्घाटन विख्यात प्रिंटमेकर अपर्णा कौर और अकादमी अध्यक्ष एम.एल. श्रीवास्तव की उपस्थिति में 11 अप्रेल को किया गया। 19 अप्रेल तक चलने वाली इस कार्यशाला में 12 कलाकार भाग ले रहे हैं जिनमें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कलाकार भी शामिल हैं। कैम्प के समापन पर तैयार कृतियां गढ़ी स्टूडियो में प्रदर्शित की जाएंगी।प्रिंट मेकिंग कैम्प के आयोजन के प्रति उत्साह व खुशी व्यक्त करते हुए अपर्णा कौर ने कहा कि, मैं मूल रूप से एक पेन्टर हॅं लेकिन सन् 1980 में अचानक ही प्रिंटमेकिंग के क्ष्ेत्र में आ गई। उन्होनें सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।
अकादमी अध्यक्ष एम.एल. श्रीवास्तव ने कहा कि 1950 के दशक तक प्रिंट मेकिंग दृश्य कला की अन्य विद्याओं जितना लोकप्रिय नहीं था। लेकिन 80 का दशक आते-आते इसे व्यापक प्रसिद्धि मिली। हमें बैनाले के लिए राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
कैम्प में प्रतिभागी छापाकला की विभिन्न तकनीकों यथा लिथोग्राफी, इंटेगलियो, रिलीफ प्रिंटिंग और सिल्क स्क्रीन का प्रयोग करते हुए कृतियां बनाएंगे।
कैम्प के प्रतिभागी
नई दिल्ली से राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता चेरिंग नेगी, छत्तीसगढ़ से रवि नारायण गुप्ता, पश्चिम बंगाल से ज्योतिर्मय दलपति, गुजरात से एल. राजा, विभूति शर्मा एवं मारिपेली प्रवीण गौड़, तामिलनाडू से विजय पिचुमनि, महाराष्ट्र से श्रीनिवास गोविन्दराव मेहरात्रे व सचिन रामाराव हजारे, उत्तर प्रदेश से राजेश कुमार सिंह, बैंगलूर से डिम्पल बी. शाह तथा दिल्ली से असीम पाल।
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