गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013

JAS-13 जर्मन पेंटर Renata Von आएंगी

रेनाटा वान 

मूमल नेटवर्क, जयपुर। जयपुर आर्ट समिट-13 में आने वाले विदेशी कलाकारों में अब जर्मनी की ख्यात पेंटर रेनाटा वान का नाम शामिल होने जा रहा है।
समिट सूत्रों के अनुसार रेनाटा ने अपने आने की जानकारी समिट टीम को दी है। उल्लेखनीय है वे समिट के आर्ट कैंप में भाग लेंगी। ऐसे में उनके काम का लाइव डेमो देखने का नायाब मौका मिलेगा।
अपनी कला के बल पर रेनाआ वान में विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई हैं। रंगो को अपने अनुसार कैनवास पर छाने देने के की आजादी देने के बावजूद किसी विशेष संयोजन के लिए उन्हें नियंत्रित रखने में दक्ष रेनाटा अपने इस काम से ज्यादा संतुष्ठ होती हैं, लेकिन दुनियां भर में उनके खास शैली में चित्रित धोड़े अधिक पसंद किए जाते हैं।



मंगलवार, 29 अक्तूबर 2013

Rajasthsn Lalit Kala Akadami Awards

राजस्थान ललित कला अकादमी 
55वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी के लिए 94 कलाकृतियों का चयन
10 कलाकारों की कृतियों को पुरस्कार

मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी की 55वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी के लिए 94 कलाकृतियों का चयन किया गया है। इसके लिए अकादमी को राज्यभर से 114 कलाकारों की कुल 338 कलाकृतियाँ प्राप्त हुई थीं।  जिनमें से निर्णायक मण्डल ने प्रदर्शनी योग्य कृतियों को चुना और इनमें से 10 कलाकारों की कृतियों को पुरस्कार योग्य भी घोषित किया गया।

कलाकार जिनकी कलाकृतियों को पुरस्कार योग्य घोषित किया:

  • नन्दकिशोर शर्मा, भीलवाड़ा ( इलुमिनेशन-2), 
  • पूजा शर्मा, जयपुर (ग्लोरी नाईट), 
  • अपूर्व मिश्रा, अजमेर ( ब्लाइण्ड पीस फोर मनी),
  • गीगराज कुमावत, जयपुर (ट्राफिक-1) ,
  • डॉ. कृष्णा महावर, कोटा (थ्रू द आई आफ  ए मदर-1), 
  • निरंजन कुमार, अजमेर (रोमान्स-3), 
  • भुवनेश जैमिनी, जयपुर (अनटाईटिल्ड-2), 
  • ज्योतिका राठौड़, उदयपुर (टाईम आउट), 
  • रवीन्द्र दाहिमा , उदयपुर (मदर एण्ड चाइल्ड-1), 
  • डी.बी. मुले, भीलवाड़ा (तपोवन में शकुन्तला ) । 

प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर पुरस्कृत कलाकारों को पच्चीस-पच्चीस हजार रूपये के नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह  प्रदान किए जायेंगे ।निर्णायक मण्डल में सर्वश्री के.आर. सुबन्ना, एल.एल. वर्मा, एवं रतिलाल कान्सोदरिया सदस्य थे। उल्लेखनीय है कि यह अकादमी की महत्वपूर्ण गतिविधि है जिसमें राज्यभर से कलाकार भाग लेते है । 

Jaipur Art Summit-13 का मोमेन्टो जारी

मूमल नेटवर्क, जयपुर। प्रोगेसिव आर्टिस्ट गु्रप के वरिष्ठ कलाकारों सहित जयपुर आर्ट समिट-13 की टीम कि सपनों का एक और दृश्य उस समय साकार हुआ जब समिट की टीम ने मोमेन्टों के रूप में दिए जाने मग्स को सबके लिए सुलभ किया। इन मग्स पर प्रदेश के उन जाने-माने कलाकारों की कृतियां सजाई गई हैं, जो अब हमारे बीच नहीं हैं। यह मोमेन्टो उनके प्रति समिट की ओर से सम्मान और श्रृद्धाजंलि भी है।
 प्रथम सात मग जारी
आज शाम समिट के कार्यालय में पूरी टीम ने प्रथम सात मग जारी किए। इनमें पदमश्री राम गोपाल विजयवर्गीय, कृपाल सिंह शेखावत, देवकी नंदन शर्मा, गौतम लाल जोशी, पी.एन. चोयल, ज्योति स्वरूप जी व मोहन शर्मा की कलाकृतियों से सजे मग्स शामिल हैं। भवानी शरण गुई,भूरसिंह जी व ज्योति स्वरूप जी की कृतियों से सजने वाले मग समय पर तैयार नहीं होने के कारण आज जारी नहीं हो सके।
लगभग 300 रुपए प्रति मग 
समिट सूत्रों के अनुसार अभी एक-एक कलाकार के 50-50 मग तैयार किए गए हैं। ऐसे में इनका लागत मूल्य अधिक आ रहा है। जो लगभग 300 रुपए प्रति मग है। भविष्य में इनकी मांग के अनुसार अधिक संख्या में मग तैयार कराने पर कुछ कम भी हो सकता है। इसी प्रकार इन मगों का पूरा सैट चाहने वाले कला प्रंमियों के लिए भी मूल्य में रियायत का प्रस्ताव रखा जा सकता है।
ऑनर की सहमति ली
इन संग्रहणीय मोमेन्टो पर प्रदर्शित वरिष्ठ कलाकारों की कृतियों का चयन समिट की टीम ने मिलकर किया है। इन्हें मग पर प्रिन्ट करने के लिए कलाकृतियों के ऑनर की सहमति ली गई है। इनकी प्रिन्ट्रिग का काम डिजिटल कला के क्षेत्र में सक्रिय मुकेश ज्वाला की देखरेख में हुआ है।
 श्री पी.एन. चोयल

 पदमश्री कृपाल सिंह शेखावत

श्री देवकी नंदन शर्मा

श्री ज्योति स्वरूप 

 पदमश्री राम गोपाल विजयवर्गीय

 श्री मोहन शर्मा 

श्री गौतम लाल जोशी

रविवार, 27 अक्तूबर 2013

Jaipur Art Summit-2013....Memento Mug

नायाब होगा जयपुर आर्ट समिट का मोमेन्टो मग
मूमल नेटवर्क, जयपुर। प्रोगेसिव आर्टिस्ट गु्रप के वरिष्ठ कलाकारों की कल्पना को आकार देने जा रहे जयपुर आर्ट समिट-2013 की यादों को कला पे्रमी बरसों तक संजो के रख सकें इसके लिए कलात्मक मोमेन्टो तैयार किए जा रहे हैं। इस क्रम में प्रदेश के जाने-माने वरिष्ठ कलाकारों की कलाकृतियों से सजे मग प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध होंगे।
समिट के आयोजकों ने इसके लिए मग्स की काफी बड़ी रेंज तैयार करने का मानस बनाया है। यहां तक कि कला पे्रमी अपने पसंद के कलाकार की कृति वाला मोमेन्टो मग ले सकेंगे और उसे संजों के रख सकेंगे। सिरेमिक के इन मगों पर अभी तक पदमश्री राम गोपाल विजयवर्गीय, कृपाल सिंह शेखावत, द्वारका प्रसाद शर्मा, देवकी नंदन शर्मा, गौतम लाल जी, भवानी शरण गुई, पी.एन. चोयल, ज्योति स्वरूप जी महोन शर्मा व भूरसिंह जी की चुनिंदा कलाकृतियों को शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह मोमेन्टो मग्स के लिए कोई नॉमीनल प्राइज भी रखी जा सकती है।
चित्रों में प्रदर्शित मग्स फाइल फोटो से लिए गए है, जयपुर आर्ट समिट के मग्स इससे भिन्न हो सकते हैं।



शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

Jaipur Art Aummit-2013...Seminar Programme Overview

जयपुर आर्ट समिट-2013
सेमीनार
मूमल नेटवर्क, जयपुर। नवम्बर महीने में 7 से 11 तारीख तक होने वाले जयपुर आर्ट समिट-13 की तैयारियां अपने पूरे शवाब पर हैं। प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप की पहल पर राष्ट्रीय स्तर होने वाले इस आयोजन में 8 व 9 नवमबर को होने वाले सेमीनार में प्रदेश के कला प्रेमी पहली बार देश के चोटी के कला समीक्षकों और और कलाकारों से सीधे संवाद कर सकेंगे। सेमीनार में अब कई विदेशी कलाकारों और आर्ट लवर्स के पहुंचने की संभावना भी बनने लगी है। खासकर इजरायल से कुछ कलाकारों के आने की जानकारी है।
पहला दिन
समिट के दौरान कला जगत की अनेक जानकारियों से यह दो दिवसीय सेमीनार होटल क्र्लाक आमेर में प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। प्रतिदिन दो चरणों में होने वाले आयोजन में पहले दिन 8 नवम्बर को प्रात: 11 बजे 'अंतरराष्ट्रीय कला और सांस्कृतिक संबंधों के नए मॉडल्स; दशा, दिशा और संभावनाएं' विषय पर अर्शफी भगत और जय कृष्ण अग्रवाल की वार्ताएं होंगी। इस सत्र की अध्यक्षता ख्यात कलाकार पदमश्री इला मेनन करेंगी। इसी दिन दोपहर 2.30 बजे होने वाले द्वितीय सत्र में 'कला और असका अवांछनीय क्षेत्र' विषय पर प्रयाग शुक्ल और मंगलेश डबराल की वार्ता होगी। इस सत्र की अध्यक्षता कलानाथ शास्त्री करेंगे।
दूसरा दिन
सेमीनार के दूसरे दिन 9 नवम्बर को प्रथम सत्र में विषय होगा 'समसामयिक दृश्य कलाकारों का वर्तमान और भविष्य'। इसके वक्ता होंगे अभय सरदेसाई और उमा नायर। पद्मभूषण चित्रकार जतिन दास इस सत्र की अध्यक्षता करेंगे। इसके बाद दोपहर के सत्र में डा. अल्का पांडे और जॉनी एम एल के पत्र वाचन होंगे। इस सत्र की अध्यक्षता के लिए आर.बी. भास्करन को आमंत्रित किया गया है।
बहुत कुछ होगा कुछ हट कर
यह सेमीनार अनेक कारणों से कला विद्यार्थियों के लिए जिज्ञासा का कारण बने हैं। इसमें भाग लेने के लिए देशभर से आर्ट लवर्स और स्टुडेन्ट की की क्वारीज का सिलसिला जारी है। कलाकारों के साथ ही कला जगत को समझने की जिज्ञासा रखने वाले सभी व्यक्तियों के लिए खुले सेमीनार का प्रमुख आकर्षण सेमीनार में प्रतिभागियों को दिए जाने वाला किट है।
बताया गया है कि इस किट में सेमीनार में पढ़े गए सभी पेपर्स को पुस्तक रूप में दिया जाएगा। इसी के साथ समिट के पांच दिवसीय समस्त कार्यक्रमों की समय और स्थान की सूची के साथ प्रतिभागियों को उन सभी में शामिल होने के लिए फ्री एन्ट्री की सुविधा दी जाएगी। यह कार्यक्रम होटल क्लार्क आमेर और जवाहर कला केंद्र में आयोजित होने हैं। यह भी जाहिर है कि सेमीनार के दोनों दिन प्रतिभागियों के लिए जलपान और दोपहर के भोजन की व्यवस्था होगी। सेमीनार में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस एक हजार रुपए रखी गई है।
अधिक जानकारी के लिए वेब साइट अभी तैयार की जा रह है। सेमीनार की गाइड लाइन के लिए समिट कार्यालय से जारी लेटर  प्रकाशित किया जा रह है। इससे भी अधिक कुछ जानना चाहते हों इसी ब्लॉग की पिछली पोस्टें देखें या फिलहाल हमें ई-मेल करें। moomalnews@gmail.com 

बुधवार, 23 अक्तूबर 2013

'भारतीय कला समीक्षा' के 'की-कॉन्सेप्ट्स'

मूमल नेटवर्क, जयपुर।
खालिस चाटुकारिता या खुन्नसी आलोचना से अलग वास्तविक कला समीक्षा के क्षेत्र में अकाल झेल रहे राजस्थान के कला जगत को एक दिशा और विचार देते हुए वरिष्ठ चित्रकार और कला शिक्षक डा. ऋतु जौहरी की पुस्तक 'भारतीय कला समीक्षा' अब देशभर में सभी के लिए उपलब्ध है।
लेखिका ने यह मूल तथ्य मन-मस्तिष्क में रख कर यह पुस्तक लिखी है कि अधिकांश आम कला दर्शक और विद्यार्थी अपने ज्ञान और जानकारी के आधार पर अपने जहन में भारतीय कला का कोई सुनिश्चित स्वरूप नहीं बना पाते। समीक्षा के नाम पर विभिन्न पक्षों द्वारा अलग-अलग अंगों के आधार पर हाथी जैसे विशाल अस्तित्व का विवेेचन किया जाता रहा है। ऐसे में भारतीय कला को समग्र्र रूप से कैसे समझा जाए?
इस पुस्तक में कलासृजन से संबंधित वैचारिक और कलात्मक पक्ष के साथ लयात्मकता, जीवंतता व सौन्दर्य के सभी पक्षों को ऐसे तथ्यों के साथ संकलित कर कला समीक्षा के लिए नया नजरिया पेश करने की कोशिश की गई है। इससे न केवल कला के आम दर्शक और विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ेगा वरन चित्राकंन के 'की-कॉन्सेप्ट्स' भी मिलेंगे।
राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी की ओर से हिन्दी में प्रकाशित इस पुस्तक का मूल्य मात्र सौ रुपए रखा गया है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए लेखिका के सीधे सम्पर्क भी किया जा सकता है।
उनका फोन नम्बर है: 09413329175
ई-मेल:johriritu@gmail.com

शुक्रवार, 18 अक्तूबर 2013

फ्रांस के कलाकार और भारतीय शास्त्रीय संगीत की धुन

सितार पर फ्रांस की कलाकार सिल्विया हैली तबले पर संगत कर रहे लोहो गैरवी
सितार की मधुर झनकार और गुंजाई तबले की तिरकिट
मूमल नेटवर्क, जयपुर।
जवाहर कला केंद्र के मंच पर गुरुवार को फ्रांस के कलाकारों ने हमारे संगीत के सात सुरों का ताना-बाना बुनकर साबित कर दिया कि सात सुर कभी फिरकापरस्ती नहीं करते। जो धैर्य से इनको साध ले, ये उसी के हो जाते हैं। मौका था भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम का।
कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् एवं जवाहर कला केन्द्र के सयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें फ्रांस की कलाकार सिल्विया हैली ने भारतीय तार वाद्य सितार पर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के सुर सजाए, वहीं उनके साथ आए लोहो गैरवी ने तबले की तिरकिट से संगीत प्रेमियों को रोमांचित कर दिया। इन कलाकारों ने भारत के कई प्रतिष्ठित कलाकारों से संगीत के गुर सीखे हैं। जयपुर से पूर्व ये कलाकार देश के कई अन्य शहरों में भी अपने फन का प्रदर्शन कर चुके हैं।
सिल्विया ने इस मौके पर सबसे पहले राग कलावती को अपनी प्रस्तुति का माध्यम बनाया। उन्होंने आलाप, जोड़ और झाला के बाद ताल कहरवा में इस राग के अन्य पक्षों को जीवंत किया। उन्होंने राग काफी में रूपक और तीन ताल व पहाड़ी में दादरा ताल पर प्रस्तुति दी। तबले पर संगत कर रहे लोहो गैरवी ने भी मंझे हुए संगतकार की भांति कई प्रकार लय, उन पर चलन और लय बांट की बेहतरीन अदायगी से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।

बुधवार, 16 अक्तूबर 2013

Jaipur Art Summit Poster


 गुलाबी शहर जयपुर में 7 से 11 नवम्बर तक होने वाले ‘‘आर्ट समिट‘‘ से अधिक से अधिक कलाकारों और लोगों को जोडने केे लिए देश की सभी प्रमुख आर्ट गैलेरीज में लगाने के लिए एक पोस्टर तैयार किया गया है। यह पोस्टर होटल क्लार्स आमेर में आयोजित एक सादे समारोह में जारी किया गया। समिट की चेयर परसन टिमी कुमार ने पोस्टर का लोर्कापण किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ चित्रकार विधासागर उपाध्याय, आर.बी. गौतम, विनय शर्मा, विनोद भारद्वाज, मृदुल भसीन, शैलेन्द्र भट्ट व भवानी शंकर शर्मा, भी उपस्थित थे। समिट की समन्वयक मृदुल भसीन ने बताया कि यह पोस्टर देष भर की कला दीर्घाओ, शिाक्षण संस्थाओं तथा प्रमुख स्थलो पर लगाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक कला प्रेमियों को ‘‘आर्ट समिट‘‘ से जोड़ा जा सके।

बुधवार, 9 अक्तूबर 2013

Jaipur Art Summit Programme Overview



Jaipur Art Summit 
A plethora of colour, form and texture…

A national level Art Summit and the first of its kind in the city; it aims to create

a premier platform for modern and contemporary art, while promoting young

and dynamic talents from across the country.

A distinctive art event; the summits’ singular and unique character is rooted

in the historical, folk and contemporary art traditions of Rajasthan and of the

country at large.

It will have on display creative expressions on canvas, visual and digital art,

art installations, sculptures, interactive art and other contemporary and folk-
centric expressions

About JAS

The Jaipur Art Summit is an initiative of the Progressive Artists Group of

Rajasthan and like minded artists, art enthusiasts and individuals.

Progressive Artists Group of Rajasthan (PAG)

The idea of the Summit was first initiated by PAG. PAG has been hosting

significant shows of local, pan Indian as well as international shows. The

groups’ rich repertoire includes an eclectic mix of shows, seminars, camps

and competitions.

The Summit Team

1.) Ms.Timmie Kumar, Chairperson

2.) Dr. Mridul Bhasin, Convener

3.) Mr. S.K Bhatt, Finance and Administration

4.) Mr. R.B Gauttam, Coordinator Seminar

5.) Dr. V.S Upadhyay, Coordinator, Art Camp

6.) Dr. N.L Verma, Asst Coordinator, Art Camp

7.) Dr. Bhawani Shankar Sharma, Coordinator All India Arts exhibition

8.) Mr.Vinay Sharma, Coordinator All India Arts exhibition

9.) Mr. Surendra Pal Joshi, Coordinator Installation

10.) Mr. Vinod Bharadwaj, Media and Publicity


Programme Overview

Venues: Hotel Clarks Amer and Jawahar Kala Kendra, Jaipur

6th Nov’13 – Wednesday

• Festival Preview

 7th Nov’13 - Thursday
• Inauguration of All India Artists Camp at Hotel Clarks Amer

• Inauguration of All India Art Exhibition and Installation at Jawahar Kala Kendra

 8 th Nov’13 – Friday

• All India Artists Camp at Hotel Clarks Amer

• All India Art Exhibition and Installation at Jawahar Kala Kendra

• Contemporary Art Seminar & Discussions – Session I & II

• Live Demo of Rare – Sanjhi, Teracotta, Ceramic, Enamelling, Glass Painting,

Cinema Hoarding, sculpture model making

 9 th Nov’13 - Saturday

• All India Artists Camp at Hotel Clarks Amer

• All India Art Exhibition and Installation at Jawahar Kala Kendra

• Contemporary Art Seminar & Discussions - Session III & IV

• Live Demo of Rare Arts – Sanjhi, Teracotta, Ceramic, Enamelling, Glass

Painting, Cinema Hoarding, Sculpture model making

 10th Nov’13 – Sunday

• All India Artists Camp at Hotel Clarks Amer

• All India Art Exhibition and Installation at Jawahar Kala Kendra

• Movies on Art

• Live Demo of Rare Arts – Sanjhi, Teracotta, Ceramic, Enamelling, Glass

Painting, Cinema Hoarding, Sculpture model making

11th Nov’13 - Monday

• Closing Session of All India Art Exhibition & Artists Camp

Jaipur Art Summit-13 From 7th to 11th November


जयपुर आर्ट समिट की घोषणा करते हुए समिट टीम के सदस्य (बाएं से) सेमीनार समन्वयक आर.बी. गौतम, प्रशासनिक कार्य की जिम्मेदारी निभाने वाले एस.के. भट्ट, चेयरपर्सन टिम्मी कुमार और कॉन्वेनर डा. मृदुल भसीन।
 मूमल नेटवर्क, जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर में 7 से 11 नवम्बर के दौरान आयोजित होने जा रहे जयपुर आर्ट समिट में रंग, आकार, टैक्सचर और डिजाईन का अदभुत सामंजस्य होगा। फेस्टीवल नगरी के नाम से विख्यात हो चुके जयपुर के सांस्कृतिक कैलेण्डर में जयपुर आर्ट समिट एक नई और
अनूठी शुरूआत है। प्रोग्रसिव आर्टिस्ट ग्रूप तथा जयपुर के उत्साही कलाकारो और कला प्रेमियों द्वारा परिकल्पित इस कला उत्सव का प्रमुख उदे्श्य जयपुर के सांस्कृतिक इतिहास में आधुनिक कला को नये सिरे से परिभाषित करना है। जयपुर और राजस्थान की कला परम्परा की कडियों में शेखावाटी की चित्रित हवेलियां, भव्य वास्तुकला, मिनिएचर पेन्टिंग, ग्रामीण मांडणा तथा फड  प्रमुख है। इन माध्यमों से आधुनिक कला ने भी प्रेरणा ली है। राष्ट्र स्तरीय जयपुर आर्ट समिट इस परम्परा को आधुनिक कला से जोडने का अभिनव प्रयास हैं।
जयपुर आर्ट समिट के बारे में राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर आर. बी. भास्करन का कहना है, 'इस समिट से मुझे कला के क्षेत्र में परिवर्तन की काफी सम्भावनायें दिखाई देती हैं। जयपुर में हाल ही में बहुत से कलाकार उभरे हैं और साथ ही कई नयी गैलेरीज भी बनी हैं। मुझे लगता है अपने ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रख्यात जयपुर में इस समिट से सफलता का एक नया आयाम शुरू होगा।Ó
समिट के दौरान कैनवास, विजुअल, डिजीटल, स्कल्पचरल तथा इन्स्टॉलेशन माध्यमों से अनेकों कलाकार अपनी कल्पना को साकार करेंगे। समिट का प्रमुख उदे्श्य समसामयिक कला के विभिन्न आयामों को मंच देना हें जिसमें वरिष्ठ तथा युवा सभी आयु वर्ग के कलाकारो की भागीदारी होगी।

अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी - राष्ट्र स्तरीय कलाकारों की कला प्रदर्शनी में अनेक माध्यमों की अभिव्यक्ति शामिल होगी और इसके तहत 150 कलाकारों की कृतियां प्रदर्शित होंगी जो सम्पूर्ण राष्ट्र के बेहतरीन कलाकारों का प्रतिनिधित्व करेंगी।

आर्ट कैम्प - समिट के पांचो दिन चलने वाले आर्ट कैम्प में देश के नामचीन, वरिष्ठ कलाकारों को आमंत्रित किया गया हैं ,ये कलाकार पांच दिन तक कला सृजन में जुटेंगे। कला प्रेमियों तथा छात्रों के लिए उनसे मिलने तथा उन्हें काम करते देखने का अनुभव अद्भुत होगा।
आर्ट कैम्प में भाग ले रहे प्रसिद्व तथा वरिष्ठ कलाकारों में है अंजली इला मेनन, जो समिट की विशिष्ट अतिथि भी होंगी तथा जतिन दास, प्रभाकर कोल्टे, शान्ति दवे, आर.बी. भास्करन, मुरलीधरन, अन्जनि रेडडी तथा अन्य वरिष्ठ कलाकार आर्ट कैम्प के दौरान काम करेंगे।

इन्स्टॉलेषन आर्ट - इस आधुनिक कला माध्यम को रूप देने वाले प्रमुख कलाकार है दिल्ली से चिन्तन उपाध्याय, मिठू सेन और मुकेश शर्मा, जयपुर से सुरेन्द्र पाल जोशी तथा अंकित पटेल। इन सभी कलाकारों ने देश-विदेश में ख्याति पाई है।

सेमीनार - समिट में आयोजित दो दिवसीय सेमीनार में कला क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान, आलोचक और इतिहास वेत्ता भाग लेंगे जिनमें प्रयाग शुक्ल, मंगलेश डबराल, अशर्फी भगत, अभय सरदेसाई, श्री कृष्ण अग्रवाल तथा जॉनी एम.एल. शामिल है। सेमीनार के दो दिनों में प्रतिदिन चार सैशन होगे
तथा विभिन्न विषयों पर चर्चा होंगी।

विशिष्ट कलाओं का प्रदर्शन - भारत के विभिन्न प्रदेशों में राज्याश्रय और लोक जीवन में पनपी कलाऐं आज भी हमारे गांवो तथा शहरों में जीवन्त रूप में विद्यमान हैे। इसी तथ्य को रेंखांकित करने के लिये ऐसी कलाओं के प्रदर्शन को समिट में शामिल किया गया है जैसे कि वृन्दावन की सांझी, सवाई माधोपुर का टेराकोटा, सिनेमा होर्डिग की पॉपुलर आर्ट, मलिंग आर्ट, ग्लास पेन्टिग, सेरेमिक आर्ट तथा क्ले मोडलिंग। इस डेमोन्सटेऊशन का उदे्श्य है कला प्रेमियों को इन कलाओं का नये सिरे से परिचय देना।

इन आयोजनों के अलावा जयपुर आर्ट समिट में ऐसे पॉइन्टस ऑफ  इन्टेऊस्ट जुटाऐ जायेंगे जिनसे दर्शको और कला प्रेमियों का मनोरंजन भी होगा। आर्ट हाट में जहां घर सजाने का चुनिन्दा साजो-सामान और कारीगरों द्वारा बनाये गये कपड़े खरीदे जा सकेंगे, वही लाईव बैण्ड तथा लोक संगीत से दशर्को का मनोरंजन होगा।
समिट की अध्यक्षा श्रीमती टिम्मी कुमार के अनुसार 'हमे खुशी है कि यह समिट कलाकारों के बीच से उभरा है और हम इसे कम्युनिटी फेस्टीवल के रूप में देखते है। हमें आशा है  कि आने वाले वर्षो में जयपुर आर्ट समिट कला के क्षेत्र में नई सम्भावनाओं को ढूंढ सकेगा।Ó

आयोजन स्थल - विभिन्न कला माध्यमों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए समिट के दो आयोजन स्थल होंगे जेएलएन मार्ग स्थित जवाहर कला केन्द्र तथा होटल क्लाक्र्स आमेर।

आर्ट समिट में देश के श्रेष्ठतम कलाकार, विद्वान, कला आलोचक, मूर्तिकार, इन्सटॉलेशन आर्टिस्ट, कला के खरीदार, कद्रदान, संग्रहकर्ता, छात्रों तथा शिक्षकों को एक जगह एकत्रित किया जायेगा ताकि सभी इस उत्सव का हिस्सा बन सकेे।