आर्ट एशिया 2018, 22 से 25 नवम्बर तक
एशियन कलाकारों के लिए कोरिया का अनूठा प्रयास
आयोजन में जयपुर आर्ट समिट भी भाग लेगा
मूमल डेस्कवर्क, सियोल (दक्षिण कोरिया)। नवम्बर की 22 से 25 तारीख तक कोरिया इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेन्टर में आर्ट एशिया 2018 का आयोजन किया जाएगा। एमबीसी, एशिया आर्ट नेट कमेटी द्वारा आयोजित इस आयोजन का उद्देश्य एशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले कला मेलों को इक_ा कर एक मंच पर लाना और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के उभरते युवा कलाकारों और दीर्घाओं के कला प्रदर्शन के साथ उन्हें कला बाजार उपलब्ध करवाना है। इस आयोजन में जयपुर आर्ट समिट भी भाग ले रहा है।
प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ कला को अपना केरियर बनाने का स्वपन देखने वाले कला विद्यार्थियों के लिए भी इस आयोजन में खास इंतजाम किए गए हैं। आर्ट एशिया 2018 में विजुअल आर्ट के प्रदर्शन के साथ संगीत प्रदर्शन को भी समान रूप से अवसर प्रदान किया जाएगा।
संस्कृति, खेल और पर्यटन मंत्रालय / कला परिषद कोरिया (एआरकेओ) / कोरिया कला प्रबंधन सेवा आयोजन समिति के सहयोग से पहली बार आयोजित होने वाले इस कला मेले में कोरिया व भारत के साथ चीन, जापान, ताइवान, रशिया, थाइलैण्ड व कनाडा भी भाग ले रहे हैं।
यह होगा खास...
सभी कला मेले एक मंच पर
अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले महत्वपूर्ण कला मेलों को स्वतन्त्र रूप से इस आयोजन की भागीदारी दी गई है। इसमें भारत से शामिल होने वाले कला आयोजनों में जयपुर आर्ट समिट भी अपने चुनिंदा कलाकारों के साथ भाग लेगा। उल्लेखनीय है कि, भारत के राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर में समिट की शुरुआत 2013 में हुई।
भारत से जयपुर आर्ट समिट के साथ कोरिया प्रिंट फोटोग्राफी प्रमोशन एसोसिएशन का आर्ट एडीशन, स्पून आर्ट शो व प्लस कंटेम्पररी आर्ट शो, कनाडा का आर्ट वेंकूवर तथा ताइवान की फोरमोसा आर्ट फेयर कं. लिमिटेड इस आयोजन में शामिल हो रहे हैं।
आर्ट यूनिवर्सिटीज
इसके तहत विभिन्न एशियाई देशों की कला यूनिवर्सिटीज अपने विद्यार्थियों के साथ आर्ट एशिया 2018 में शामिल होंगे। इस प्रोग्राम में विद्यार्थी जहां एक और आपस में कला अभिव्यक्ति का आदान-प्रदान करेंगे वहीं उन्हें वर्तमान में चल रहे कला के नए ट्रेंड के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इस प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों की कला का प्रदर्शन किया जाएगा तथा बेहतरनी कला को आर्ट मार्केट में प्रवेश का अवसर भी मिलेगा। इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाली यूनिवर्सिटीज यह हैं-
सेंट्रल एकेडमी ऑफ फाइन आट्र्स, चीन
विश्वविद्यालय चंग-एंग विश्वविद्यालय, कोरिया
ईवा वुमन विश्वविद्यालय, कोरिया
हांगिक विश्वविद्यालय, कोरिया
कुकमिन विश्वविद्यालय, कोरिया
महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा, वडोदरा, भारत
मुसाशिनो कला विश्वविद्यालय, जापान
नानजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट, चीन
सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, रूस
सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी, कोरिया
सिल्पाकोर्न विश्वविद्यालय, थाईलैंड
ताइपे नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ आट्र्स, ताइवान
स्पेशल एग्जीबिशन
इस कार्यक्रम को दो हिस्सों में बांटा गया है।
1. दी एक्सपेंयान ऑफ बाउण्ड्रीज-
परम्पराओं से परे अपने व्यक्तिगत अनुभवों को ब्रश या कैमरा के जरिए अलग अन्दाज में बयां करने वाले कलाकारों की कृतियों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले कलाकार हैं, जिन मेयरसोन, बे चान्हयो, ऑस्कर आइवा, वॉन देहुन तथा कोह सांगवो।
2. ब्लू इण्डिया-
पिछले दशक से भारत के आर्थिक विकास के साथ कला बाजार के विकास में भी तेजी आई है। भारत को युवा देश का दर्जा भी हासिल हुआ है। दुनिया की चार प्राचीन सभ्यताओं में से एक भारत के योगदान को आदर देते हुए इंसाग सोग द्वारा इस प्रदर्शनी को क्यूरेटेड किया जाएगा।
यह प्रदर्शनी युवा भारतीय कलाकारों के कार्यों के माध्यम से भारत की नवीनतम समकालीन कला का एक वर्ग प्रदर्शित करेगी। भारतीय कला में नवीनतम प्रवृत्ति के साथ भारतीय वास्तविकता और इसमें अंतर्निहित सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाती हुई कृतियों को स्थान दिया गया है। वर्तमान में भारतीय कला बाजार में स्पॉटलाइट प्राप्त करने वाले युवा कलाकारों की इस प्रदर्शनी के माध्यम से आज और कल की जीवंत भारतीय कला को पूरा करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले भारतीय कलाकारों की कृतियों का प्रदर्शन विभिन्न कला आयोजनों के माध्यम से पूर्व में भी कोरियवासी देख चुके हैं। इनमें सबसे अनुभवी कलाकार केरल के बिनॉय वर्गीस हैं। बड़ौदरा के शाइक अजगऱ अली मूर्तिकार हैं। उल्लेखनीय है कि, ब्लू इण्डिया नाम की इस स्पेशल प्रदर्शनी में राजस्थान के किसी भी कलाकार का नाम शामिल नहीं है। इस प्रदर्शनी में शामिल होने वाले कलाकार हैं:
राज मोरे (मुंबई)
शाइक अजगऱ अली (बड़ौदरा)
सुनंदा खजुरिया (जम्मू)
आशुतोष भारद्वाज (बड़ौदरा)
बिनॉय वर्गीस (केरल)