तीन कलाकारों की कला यात्रा पर संवाद
ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय केन्द्र में फिल्मों का प्रदर्शन
मूमल नेटवर्क लखनऊ। ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय केन्द्र में कल शाम भारतीय चित्रकला जगत को प्रभावित करने वाले तीन कलाकारों की कला पर फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। रिगार्डिंग इण्डिया के तहत संवाद पर आधारित फिल्मों में एस. नन्दागोपाल, इन्द्रपरमित रॉय तथा गणेश पाइन के कृतित्व को दर्शाया गया।
एस. नन्दागोपालएस. नन्दागोपाल एक समकालीन मूर्तिकार थे इन्होने अपने जीवन काल में कई प्रकार के कला माध्यमों में अपने भावों को प्रस्तुुत किया। भारतीय देवी देवताओ का उनकी शिल्प में प्रभाव दिखता है । इस फिल्म में भारतीय संस्कृति को कलाकार द्वारा व्यक्त करने का प्रयास किया गया है।
इन्द्रपरमित रॉय
इन्द्रपरमित रॉय एक समकालीन जाने माने चित्रकार है जिनका जन्म कोलकाता में हुआ। वह वर्तमान में एम एस विश्वविद्यालय, वदोदरा में कला के प्रोफेसर है। उन्होने इस फिल्म के माध्यम से अपना शिल्प आंदोलन अनुभव व्यक्त किया है।
गणेश पाइन
गणेश पाइन एक जाने माने भारतीय समकालीन चित्रकार थे। उनका जन्म कोलकाता में 11 जून 1937 को हुआ था । पाइन ने अपने कला जीवन का प्रारम्भ 1960 के दशक में एक पुस्तक के इलेस्ट्रेशन एवं स्केचिंग से किया। उनकी कला पर बंगाल स्कूल का काफी प्रभाव देखा जा सकता है। वह अबनीन्द्रनाथ टैगोर से बहुत प्रभावित थे, जिसका प्रभाव उनकी कलाकृतियों पर साफ दिखाई देता है। प्रदर्शित फिल्म उनके कला जीवन पर आधारित है।
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