रविवार, 15 मार्च 2015

Jaipur Kala Mela Day-4

सुधरा मौसम, खिल उठे चेहरे
मूमल नेटवर्क, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी के चौथे दिन मेला शुरु होने के साथ मौसम ने सुधरना शुरू कर दिया। इसके साथ ही कलाकारों के चेहरे खिलने लगे। 
पिछले दो दिनों से मौसम की मार झेल रहे कलाकारों ने धीर-धीरे अपनी- अपनी पेंटिंग्स को स्टाल्स पर डिसप्ले करना शुरू कर दिया। दिन में दो बजे तक लगभग सभी स्टॉल्स कलाकृतियों से सज चुकीं थी। रवीवार होने और मौसम सुधरने के कारण कलाप्रूमी दर्शकों की रेलमपेल चालू हो गई। चार बजे के बाद भारी संख्या में विजिटर्स के आने से बीते दो दिनों की पीड़ा हवा हो गई। कलाकारों का उत्साह देखते बनता था। 
केन्द्र की दीर्घाओं में भी कलाप्रेमियों की खासी भीड़ रही। कैम्पोुं में सृजनरत कलाकारों से अनकी कला के बारे में जानकारी लेने और लाइव डेमों देखने के लिए कला प्रेमी व विद्यार्थी पहुंचे। रंगायन के बरामदे में निर्वाचन आयोग की तरफ से मोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें ल्रभग 70 कला विद्यार्थियों और स्थापित कलाकारों ने भाग लिया।
कला मेले के तहत चौथे दिन 'कला यात्रा एक दर्पणÓ का विमोचन किया गया। यह पुस्तक 3 गुणा 4 फीट की है जो पचास कैनवास से सजी है। इसमें राजस्थान की कला यात्रा का सचित्र विवरण है।
चला उमंग का दौर
शाम 7 बजे शिल्पग्राम में ब्रज की गायकी ने रंग जमाया। लोक गीतों की धुन के साथ मेले में आए युवा कलाकारों ने जोशले अंदाज में नृत्य करते हुए समां बांध दिया। युवा कलाकारों के जोशीले नृत्य को देखकर मेले में आए विजिटर्स ने भी उनका साथ दिया।






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