मंगलवार, 21 नवंबर 2017

'ख्वाब अभी जिन्दा हैं...में दिखे अध्यात्म के रंग उड़ान में नजर आई सपनों की हकीकत


'ख्वाब अभी जिन्दा हैं...में दिखे अध्यात्म के रंग
उड़ान में नजर आई सपनों की हकीकत
आज शुरु हुई तस्लीमा व राजवंशी की सोलो प्रदर्शनी
मूमल नेटवर्क, जयपुर। आज दोपहर को अमित राजवंशी की सोलो प्रदर्शनी 'ख्वाब अभी जिन्दा हैं... तथा तस्लीम जमाल की 'उड़ान का उद्घाटन हुआ। दोनों प्रदर्शनियों के मुख्य अतिथि के रूप में महाराजा मानसिंह द्वितीय संग्राहलय के निदेशक यूनुस खीमानी ने उद्घाटन किया। जवाहर कला केन्द्र की परिजात 2 गैलेरी में प्रदर्शित राजवंशी की प्रदर्शनी 'ख्वाब अभी जिन्दा हैं...' में लगभग 30 चित्र प्रदर्शित किये गए हैं। इनमें विष्णु व कृष्ण के अध्यात्म से जुड़े चित्रों के साथ समकालीन विषय पर बने चित्रों को भी प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में अमित के काम का नया अन्दाज देखने को मिला। इस प्रदर्शनी को राजवंशी ने अपने पिता तेजभान राजवंशी को समर्पित किया है।

राजवंशी के साथ ही बांसवाड़ा की तसलीम जमाल की परिजात 1 में प्रदर्शित प्रदर्शनी 'उड़ान' में तस्लीम के सपनों में ईमानदारी के रंग नजर आये। लगभग 50 चित्र प्रदर्शित किये गए हैं। जिसमें से 30 चित्रों की ब्लेक एण्ड व्हाइट श्रृंखला के ड्रीमलैण्ड है जबकि 20 चित्र माई विलेज श्रृंखला से हैं। अपने सपनों को कैनवास पर चित्रित करते हुए कलाकार ने अर्धचेतन मस्तिष्क में आने वाले विचारों की सजीवता का पूरा ध्यान रखा है।
पहले दिन ही वरिष्ठ कलाकारों के साथ कई सममनित जनों ने प्रदर्शनियों का अवलोकन कर कृतियों की सराहना की। वरिष्ठ आर्टिस्ट विद्वासागर उपाध्याय व मीनू श्रीवास्तव ने मुक्त कण्ठ से दोनों कलाकारों की कृतियों की प्रशंसा की और उन्हें कलाकर्म के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। दोनों प्रदर्शनियां 23 नवम्बर तक चलेगी।

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