सीडब्ल्यूईआई का दो दिवसीय सेमीनार
हावी रहा जीआई का मुद्दा
मूमल नेटवर्क, जयपुर। जेकेके के रंगायन में कल 26 फरवरी को कन्सोर्टियम ऑफ वुमन आंत्रप्रिन्योर्स ऑफ इण्डिया के दो दिवसीय सेमीनार की शुरुआत हुई। जयपुर की फर्म मैसर्स एम्पोरिया डीआर के सहयोग व संयोजन से हो रहे सेमीनार के पहले दिन जीआई के मुद्दे की सरगर्मियां रही। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में ऑल इण्डिया प्रोफेशनल कांग्रेस की प्रेसिडेंट श्रीमती रुक्षमणी कुमारी ने शिल्पियों को सम्बोधित किया।
पारम्परिक शिल्पियों की जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन)से सम्बन्धित जिज्ञासाओं व प्रश्रों का जवाब सीनियर अटॉर्नी श्रीमती शिल्पी झा ने दिया। कार्यक्रम की शुरुआत मैसर्स एम्पोरिया डीआर के डायरेक्टर श्री दीपक सांकित ने कार्यक्रम के परिचय के साथ की। सीडब्ल्यूईआई की चेयरपर्सन शशि सिंह ने शिल्पियों को जानकारी दी कि बाजार में उतरने से पहले अपने शिल्प उत्पादों का ट्रेड मार्क बनाना आवश्यक है। ट्रेडमार्क से कई व्यावसासियक समस्याओं का निस्तारण किया जा सकता है। सेमीनार में राजस्थान स्टूडियो के श्री कार्तिक के साथ श्रीमती लीला बोरडिया, व श्रीमती मृदुला चन्दर ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पद्मश्री शाकिर अली, पद्मश्री तिलक गीताई सहित जयपुर के नामचीन शिल्पी उपस्थित थे।
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