सेमीनार शुल्क दो नहीं, एक हजार रुपए
मूमल नेटवर्क, जयपुर। जयपुर आर्ट समिट 2014 के तहत आयोजित दो दिवसीय सेमीनार में भाग लेने का शुल्क एक हजार रुपए ही है, पूर्व में यह दो हजार रुपए प्रचारित हुआ था।
समिट सूत्रों ने इसे स्पस्ट करते हुए बताया कि सेमीनार में शामिल होने के लिए पिछले वर्ष की तरह एक हजार रुपए शुल्क ही लिया जा रहा है। इस शुल्क में सेमीनार वाले दो दिनों के दौरान पढ़े जाने वाले पेपर्स का फोल्डर और इन दो दिनों का लंच शामिल हैं। इसके अलावा पिछले साल समिट के पहले संस्करण का कैटेलॉग लिए जाने पर 500 रुपए और इस साल के द्वितीय संस्करण का कैटेलॉग लिए जाने पर 500 रुपए और जमा कराने होंगे। यह नहीं लेने पर सेमीनार का शुल्क एक हजार रुपए ही होगा।
कला फिल्मों का प्रदर्शन
समिट के व्यस्त कार्यक्रम में दो दिन में कम से कम आठ कला फिल्मों के प्रदर्शन शामिल किए गए हैं। इनके लिए 17 और 18 नवम्बर के दिन तय किए गए हैं।
समिट टीम के सदस्य आर.बी. गौतम ने बताया कि इन फिल्मों के चयन में यह खास बात होगी कि सभी फिल्में स्वयं कलाकारों द्वारा बनाई गई है। इनमें पहले दिन 17 नवम्बर को दिखाई जाने वाली फिल्में वह होंगी जो कलाकारों द्वारा स्वयं की कला के बारे में सोच को स्पस्ट करती हैं। इनमें वरिष्ठ चित्रकार गोपी गजवानी, श्रीधर अय्यर, आर.एम. पाकिस्तान के नईम और दोहा के आबू अलिंगा की फिल्में शामिल हैं।
दूसरे दिन 18 नवम्बर को कलाकारों द्वारा अन्य कलाकारों पर बनाई फिल्में शामिल की गई हैं। गोपी गजवानी द्वारा एस.एच. रजा और के. विक्रम सिंह द्वारा अमित्व दास पर बनाई फिल्मों के साथ धीरज चौधरी पर बनी फिल्म भी कला प्रेमी देख सकेंगे।
मूमल नेटवर्क, जयपुर। जयपुर आर्ट समिट 2014 के तहत आयोजित दो दिवसीय सेमीनार में भाग लेने का शुल्क एक हजार रुपए ही है, पूर्व में यह दो हजार रुपए प्रचारित हुआ था।
समिट सूत्रों ने इसे स्पस्ट करते हुए बताया कि सेमीनार में शामिल होने के लिए पिछले वर्ष की तरह एक हजार रुपए शुल्क ही लिया जा रहा है। इस शुल्क में सेमीनार वाले दो दिनों के दौरान पढ़े जाने वाले पेपर्स का फोल्डर और इन दो दिनों का लंच शामिल हैं। इसके अलावा पिछले साल समिट के पहले संस्करण का कैटेलॉग लिए जाने पर 500 रुपए और इस साल के द्वितीय संस्करण का कैटेलॉग लिए जाने पर 500 रुपए और जमा कराने होंगे। यह नहीं लेने पर सेमीनार का शुल्क एक हजार रुपए ही होगा।
कला फिल्मों का प्रदर्शन
समिट के व्यस्त कार्यक्रम में दो दिन में कम से कम आठ कला फिल्मों के प्रदर्शन शामिल किए गए हैं। इनके लिए 17 और 18 नवम्बर के दिन तय किए गए हैं।
समिट टीम के सदस्य आर.बी. गौतम ने बताया कि इन फिल्मों के चयन में यह खास बात होगी कि सभी फिल्में स्वयं कलाकारों द्वारा बनाई गई है। इनमें पहले दिन 17 नवम्बर को दिखाई जाने वाली फिल्में वह होंगी जो कलाकारों द्वारा स्वयं की कला के बारे में सोच को स्पस्ट करती हैं। इनमें वरिष्ठ चित्रकार गोपी गजवानी, श्रीधर अय्यर, आर.एम. पाकिस्तान के नईम और दोहा के आबू अलिंगा की फिल्में शामिल हैं।
दूसरे दिन 18 नवम्बर को कलाकारों द्वारा अन्य कलाकारों पर बनाई फिल्में शामिल की गई हैं। गोपी गजवानी द्वारा एस.एच. रजा और के. विक्रम सिंह द्वारा अमित्व दास पर बनाई फिल्मों के साथ धीरज चौधरी पर बनी फिल्म भी कला प्रेमी देख सकेंगे।
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