गुरुवार, 30 अक्टूबर 2014

Jaipur Art Summit; Seminar

जयपुर आर्ट समिट 2014; सेमीनार विवरण
जयपुर आर्ट समिट में इस बार सेमीनार के लिए दो दिन रखे गए हैं। यह 15 व 16 नवम्बर हैं। सेमीनार में प्रतिदिन दो सत्र होंगे। पहला सत्र प्रात: 11 बजे शुरू होगा जो दोपहर 1.30 बजे तक चलेगा। प्रतिदिन दूसरा सत्र दोपहर बाद 2.30 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे तक चलेगा। इस बीच आमंत्रित वक्ताओं के संबोधन और खुली चर्चा होगी। दो दिनों में होने वाले कुल चार सत्रों में केवल पहले दिन के दूसरे सत्र में हिन्दी में पत्र पढ़े जाएंगे। शेष सभी सत्र अंग्रेजी में होंगे।
15 नवम्बर 2014 शनिवार को सेमीनार के पहले दिन प्रथम सत्र में डा. सरयु वी. दोषी वक्ता होंगे। वे 'बॉम्बे स्कूल एंड इट्स इफेक्ट ऑन द आर्ट ऑफ द पीरियडÓ विषय पर अपना पेपर पढ़ेंगे। दूसरे पेपर के वक्ता जॉनी एम.एल. होंगे। वे 'डायनामिक्स ऑफ मार्केट फोर्सेस एंड चेंज सिनीरियो ऑफ कन्टेम्पररी आर्टÓ विषय पर अपना पेपर पढ़ेंगे।
दूसरे सत्र की शुरूआत शिव प्रसाद जोशी के पत्र से होगी। इनके पत्र का विषय 'समसामयिक कला सृजन का मनोविज्ञान तथा सम्प्रेषणÓ होगा। दूसरे पत्र के वक्ता डा. एम.के. भट्ट होंगे। वे 'समसामयिक कला में व्यवसायिक संगठनों का योगÓ विषय पर अपना पत्र पढ़ेंगे।
16 नवम्बर 2014 रविवार को सेमीनार के दूसरे दिन प्रथम सत्र में प्रो. दीपक कन्नाल वक्ता होंगे। वे 'प्रोस्पेक्ट्स ऑफ न्यू मीडिया इन कन्टेम्पररी टे्रंड ऑफ आर्ट्सÓ विषय पर अपना पेपर पढ़ेंगे। दूसरे पेपर के वक्ता प्रो. सुरेश जयराम होंगे। वे 'कन्टेम्पररी इंडियन आर्ट, वॉट इज न्यूÓ विषय पर अपना पेपर पढ़ेंगे।
दूसरे सत्र की शुरूआत चामिंडा गामगे के पेपर से होगी। इनके पेपर का विषय 'कन्टेम्पररी आर्ट सिनीरियो इन श्रीलंकाÓ होगा। दूसरे पेपर के वक्ता सुबोध केरकर होंगे। वे 'माय एक्सपेरिमेंट विद आर्टÓ विषय पर अपना पेपर पढ़ेंगे।
रजिस्ट्रेशन
आयोजकों की ओर से सेमीनार के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसके लिए जयपुर के जवाहर कला केंद्र और होटल क्लार्स आमेर में काउंटर प्रस्तावित हैं। इस साल सेमीनार के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 2000 रुपए रखी गई है। सेमीनार के प्रतिभागियों के लिए दोनों दिन लंच की व्यवस्था होगी और सेमीनार में पढ़े जाने वाले पेपर्स की कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी।
रजिस्ट्रेशन के संबंध में अधिक जानकारी और सहयोग के लिए 'मूमलÓ हमेशा की तरह तैयार है।
सम्पर्क सूत्र:
ई-मेल moomalnews@gmail.com
फोन 9928487677, 9460789743
Whatsaap also at 9928487677 

Jaipur Art Summit; PROGRAMME OVERVIEW

जयपुर आर्ट समिट के कार्यक्रम 


स्थान: होटल क्लाक्र्स आमेर और जवाहर कला केंद्र, जयपुर 
14 नवम्बर 2014 - (शुक्रवार)
होटल क्लाक्र्स आमेर में एशियन आर्टिस्ट कैंप का उद्घाटन
जवाहर कला केंद्र में ऑल इंडिया आर्ट एक्जिबिशन का उद्घाटन और स्टॉलेशन
15 नवम्बर 2014 - (शनिवार)
होटल क्लाक्र्स आमेर में एशियन आर्टिस्ट कैंप
जवाहर कला केंद्र में ऑल इंडिया आर्ट एक्जिबिशन
जवाहर कला केंद्र और होटल क्लाक्र्स आमेर में स्टॉलेशन
समकालीन कला संगोष्ठी एवं चर्चाएँ - होटल क्लाक्र्स आमेर में प्रथम और द्वितीय सत्र
जवाहर कला केन्द्र में पारंपरिक कला का प्रदर्शन
16 नवम्बर 2014 - (रविवार) 
होटल क्लाक्र्स आमेर में एशियन आर्टिस्ट कैंप
जवाहर कला केंद्र में ऑल इंडिया आर्ट एक्जिबिशन
जवाहर कला केंद्र और होटल क्लाक्र्स आमेर में स्थापना
समकालीन कला संगोष्ठी एवं चर्चाएँ - होटल क्लाक्र्स आमेर में सत्र तृतीय और चतुर्थ
जवाहर कला केन्द्र पर पारंपरिक कला का प्रदर्शन
17 नवम्बर 2014 - (सोमवार) 
होटल क्लाक्र्स आमेर में एशियन आर्टिस्ट कैंप
जवाहर कला केंद्र में ऑल इंडिया आर्ट एक्जिबिशन
जवाहर कला केंद्र और होटल क्लाक्र्स आमेर में स्थापना
जवाहर कला केंद्र में कला सिनेमा प्रदर्शन
जवाहर कला केंद्र में पारंपरिक कला प्रदर्शन
18 नवम्बर 2014 - (मंगलवार)
होटल क्लाक्र्स आमेर में एशियन आर्टिस्ट कैंप के चित्रों की प्रदर्शनी
होटल क्लाक्र्स आमेर और जवाहर कला केंद्र में समिट के सत्र समापन

रविवार, 19 अक्टूबर 2014

अधिक भव्य होगा जयपुर आर्ट समिट



संवारने में जोर-शोर से जुटी समिट की टीम 
देशभर से जुटेंगे जाने-माने वरिष्ठ चित्रकार
छह देशों के 15 विदेशी कलाकारों का आना तय

मूमल नेटवर्क, जयपुर।
मूमल नेटवर्क, जयपुर। गुलाबी नगरी को सतरंगी रंगों से सराबोर करने वाले जयपुर आर्ट समिट का दूसरा एडिशन पिछले साल की तुलना में और ज्यादा सज-संवर कर अधिक भव्य होने जा रहा है। आगामी 14 से 18 नवंबर तक होटल क्र्लाक आमेर और जवाहर कला केन्द्र में होने जा रहे आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं है। चेयरपर्सन टिम्मी कुमार की अगुवाई में समिट की पूरी टीम इसे और अधिक कारगर बनाने में व्यस्त है। इस बार जवाहर कला केन्द्र की तमाम दीर्घाओं के साथ शिल्प ग्राम को भी बुक करवाया गया है। समिट का प्रमुख उद्देश्य जयपुर के सांस्कृतिक इतिहास के अनुसार आधुनिक कला को नए सिरे से परिभाषित करने के साथ प्रदेश के चितेरों को देश-विदेश के कलाकारों से रूबरू कराना है।
समिट टीम के सदस्य आर.बी. गौतम ने एक जानकारी में बताया कि समिट में पेंटिग्स के साथ-साथ विजुअल, डिजिटल, स्क्लपचर्स व इंस्टालेशन कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के जाने-माने कलाकारों को काम करते हुए देखा जा सकेगा। क्रिएटिव फोटोग्राफी के क्षेत्र में हिमांशु और पेपर मेकिंग में ओमप्रकाश, वाटर कलर में बिजय बिस्सास, प्रिन्ट मेकिंग में शाहिद परवेज और सिनेमा बैनर्स के लिए हरिओम तंवर भी लाइव डेमो केरेंगे। समिट के पांचों दिन चलने वाले आर्ट कैंप में देश भर के वरिष्ठ व नामचीन कलाकारों को आमन्त्रित किया गया है। होटल क्लार्क में लगने वाले इस कैम्प के जरिए नव कलाकारों को वरिष्ठ जनों के काम के तरीके और कला के परिपक्व अंदाज सीखने व समझने का अवसर मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय सहभागिता
समिट में भारत के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों के साथ बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के कलाकार लाइव डेमो के जरिए अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन करेंगेे। दोहा, कतर और इजिप्ट से भी कलाकार आ रहे हैें। अब तक करीब 6 देशों के 15 कलाकारों के पहुंचने की स्वीकृति प्राप्त हो गई है और सिलसिला जारी है।
पौने दौ सौ कलाकारों के काम
समिट के तहत जेकेके की दीर्घाओं में अखिल भारतीय स्तर की कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में लगभग 175 कलाकारों की कृतियां प्रदर्शित होंगी। होटल क्र्लाक परिसर के अलावा जेकेके के खुले शिल्पग्राम में भी स्क्लपचर्स व इंस्टालेशन का बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होगा।
सेमीनार
इसके साथ सेमिनार व आर्ट कैंप भी आयोजित होंगे। इस वर्ष सेमीनार केवल दो दिन 15 व 16 नवंबर को होगा। सेमीनार में डा. एम.के. भट्ट, शिव प्रसाद जोशी, सुबोध केलकर,  डॉ. सरयू दोषी, दीपक कनाल, जॉनी एम.एल, सुरेश जयराम और राजीव लोचन जैसे कलाविद अपने पेपर पढ़ेंगे। इसी के साथ आर्ट फिल्म शो के तहत नई जानकारियों और महान कलाकारों के काम का जायजा भी लिया जा सकेगा।

रविवार, 12 अक्टूबर 2014

Contacts of Artist (Late) Rameshwar Singh's family

रामेश्वर सिंह परिवार के सम्पर्क सूत्र
मूमल नेटवर्क, जयपुर। दिवंगत चित्रकार रामेश्चर सिंह के निधन के समाचार पर उनके साथियों, समकक्ष चित्रकारों, विद्यार्थियों और उनके प्रशंसकों की और से बहुत अधिक संख्या शोक संवेदना संदेश प्राप्त हुए हैं और हो रहे हैं। बहुत से मित्र उनके परिवार से सीधे सम्पर्क के लिए कान्टेक्ट नम्बर, डाक का पता और ई-मेल चाहते हैं। 
रामेश्चर सिंह 66 वर्ष के थे और पिछले कुछ अर्से से बीमार थे। उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। 9 अक्टूबर की शाम को उनका अंतिम सस्कार कर दिया गया। वे अपने पीछे पत्नी और चार विवाहित पुत्रियों सहित भरा-पुरा परिवार छोड़ गए।
आप अपने शोक और संवेदना संदेश नीचे दिए सम्पर्कों पर दे सकते हैं। 

Late Rameshwar Singh 
Flat No. 007, Block Narbada-05, Sector D-6, (New DDA Flats) 
Vasant Kunj, New Delhi-110070 
Mobile: +91-9958595515 
Email: rameshwar5@yahoo.co.in

Mrs. Bhawna Singh 
Flat No. 006, Block Yamuna-06 
Sector D-6, Vasant Kunj 
New Delhi-110070 
Mobile: (0) 9810507456 
Email: bhawna.studio@gmail.com

Mrs. Bhumika Takshak   
B-109,Ganapati Tower,Thakur Village
Kandivali (East), MUMBAI-400101
PH:09958063310
Email: bhumi_takshak@rediffmail.com

Nishanat Dange
B-109,Ganapati Tower,Thakur Village
Kandivali (East), MUMBAI-400101
PH:09819886720

शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2014

चित्रकार रामेश्चर सिंह की स्मृति मे शोक सभा


रामेश्वर सिंह को भरे मन से याद किया 
मूमल नेटवर्क, जयपुर। वरिष्ठ चित्रकार रामेश्चर सिंह की स्मृति में आयोजित शोक सभा में आज उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को उनके साथियों और युवा चित्रकारों ने भारी मन से याद किया। रामेश्चर सिंह का कल दिल्ली में निधन हो गया था। यह शोक सभा राजस्थान ललित कला अकादमी में शाम को आयोजित की गई।
गुरूवार को रामेश्चर सिंह के निधन का समाचार जानने के बाद प्रदेश के कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई। रामेश्चर सिंह राजस्थान के देवगढ़ निवासी थे और लम्बे समय तक उदयपुर और जयपुर में सक्रीय रहे। अकादमी में शुक्रवार को आयोजित होने वाले नियमित फिल्म शो के बाद आयोजित शोक सभा में उनके काफी करीब रहे जयपुर के वरिष्ठ चित्रकारों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि आज राजस्थान के सुप्रसिद्ध चित्रकार  रामेश्वर सिंह के देहावसान की खबर से देश के सभी कलाकार शोक मग्न है।
श्री रामेश्वर सिंह देश के उन चित्रकारों में से एक थे जिन्होंने देश की फड़ चित्रशैली  से प्रेरणा लेकर उसे समकालीन रूपको एवं मुहावरो में इस कदर संयोजित किया कि उनकी एक विशिष्ट पहचान बन गई। परम्परा के साथ आधुनिकता का मेल कैसे किया जाय, ये उन्हें अच्छी तरह आता था। वे यह ऐसे चित्रकार थे जिन्हें अपनी कलाकृतियां बेचने के लिए कभी कोई जोड़-तोड़ नहीं करनी पड़ी।  खरीददारों- के साथ-साथ पुरुस्कार भी उसका पीछा करते रहे। उन्होंने यह स्थापित किया कि काम में यदि दम हो तो किसी के सहारे की जरूरत नहीं रहती। वे बहुत ही फक्कड़ और सूफी मिज़ाज़ के कलाकार थे। रामेश्वर सिंह   जितने बड़े सृजनकार थे उतने ही सरल व सीधे इंसान भी थे। वे किसी से कोई शिकवा या शिकायत नहीं करते थे। इसीलिए सर्वप्रिय रहे। सभी का  लाडला चित्रकार हमारे बीच नहीं रहा,  इस बात की गहरी रंजिश  सभी के मन में है।
उनके काफी करीबी रहे वरिष्ठ चित्रकार विद्यासागर उपाध्याय ने उनकी खुद्दारी को याद किया तो डा. चिन्मय मेहता ने उनहें फक्कड़ और सूफी मिज़ाज़ वाले बेहतर इंसान के रूप में याद किया। दिलीप सिंह चौहान ने उन्हें समर्थ होते हुए भी गुटबाजी से परहेज करने वाला कुशल कलाकार बताया। समन्दर सिेंह खंगारोत 'सागर' ने उनके शुरूआती दिनों को याद किया। तेजी से उभर रहे युवा चित्रकार नवल सिंह चौहान ने बताया कि जब तक उन्हें इस चित्रकार की उम्र का पता नहीं था वे रामेश्वर सिंह की कृतियों को देखकर उनहें कोई युवा कलाकार ही समझते थे।
इस अवसर पर अकादमी सचिव नीतू राजेश्वर सहित चित्रकार नाथूलाल वर्मा, अशोक गौड़, मीनाक्षी कासलीवाल भारती, वीरबाला भावसार, मीनू श्रीवास्तव, कृष्णा महावर, आर.बी.गौतम, विनोद भारद्वाज, सुनित घिल्डियाल, जगमोहन माथोडिय़ा, अर्जुन प्रजापति, वीरबाला भावसार, कैलाशचन्द शर्मा, राजस्थान विश्वविद्यालय के कला विद्यार्थी, उदयमान कलाकारों में इरा टाक व शालिनी गुप्ता शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदर्शनी अधिकारी विनय शर्मा ने किया।

गुरुवार, 9 अक्टूबर 2014

Artist Rameshwar Singh On More

वरिष्ठ चित्रकार रामेश्चर सिंह नहीं रहे
मूमल नेटवर्क, जयपुर। वरिष्ठ चित्रकार रामेश्चर सिंह का आज दिल्ली में निधन हो गया। वे 66 वर्ष के थे और पिछले कुछ अर्से से बीमार थे। आज शाम को उनका अंतिम सस्कार कर दिया गया। अपने पीछे पत्नी और चार विवाहित पुत्रियों सहित भरापुरा परिवार छोड़ गए। 
रामेश्वर सिंह अपनी कृतियों में परम्परागत और समसामयिक चित्रकला का कुशल मिश्रण के लिए जाने जाते थे। अपनी खास चित्रकला शैली के लिए वे जितने प्रसिद्ध थे उतने ही अपने रहन-सहन की खास स्टाइल के लिए भी वे चर्चा में बने रहते थे।