मूमल नेटवर्क, जयपुर। प्रदेश के सबसे पुराने कला शिक्षा संस्थान राजस्थान स्कूल आफ आर्ट में तीसरी राष्ट्रीय कला कार्यशाला का आयोजन 3 से 6 फरवरी तक कॉलेज परिसर में किया जाएगा। इसमें देश भर के युवा अपनी कला के तेवर दिखाएंगे। पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष की शिक्षा पा रहे लगभग 60 युवा कलाकार चित्रकला और एप्लाइड आर्ट के जरिए विभिन्न सामाजिक सरोकारों पर कई पेंटिंग और पोस्टर बनाएंगे। कार्यशाला में तैयार कलाकृतियों को प्रदर्शित भी किया जाएगा।
यह होंगे प्रतिभागी
आर्ट वर्कशॉप के कन्वीनर सुनीत घिल्डियाल ने बताया कि इस कार्यशाला में लगभग 11 प्रतिष्ठित कालेजों व ललित कला संकाय भाग लेने जा रहे हैं। इनमें फाइन आर्ट संकाय बड़ौदा, कला भवन, शांति निकेतन, बीएचयू वाराणसी का दृश्य कला संकाय, दिल्ली कॉलेज आफ आर्ट, लखनऊ कॉलेज आफ आर्ट, चंडीगढ़ कॉलेज आफ आर्ट, जामिया मिलिया इस्लामिया का ललित कला संकाय, हैदराबाद कालेज आफ आर्ट, चित्रकला परिषद, बंगलौर से ललित कला संकाय, जयपुर के आईसीजी कालेज का ललित कला संकाय, राजस्थान विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के साथ राजस्थान स्कूल आफ आर्ट के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं ।
एक परिचय
राजस्थान स्कूल आफ आर्ट को 1857 में स्थापित किया गया था। कला को शिक्षण के जरिए बढ़ावा देने राजस्थान की सबसे पुरानी संस्था है। यह संस्था गुलाबी नगर के किशनपोल बाजार की एक पुरानी इमारत में स्थित है। इस इमारत की अपना एतिहासिक महत्व है। इस कालेज से शिक्षण प्राप्त कर चुके विद्यार्थी पिछले 150 वर्षों से ना केवल देश अपितु विदेशों में भी आज अपनी कला के दम पर पहचाने जाते हैं।
नेशनल आर्ट वर्कशॉप 3 से 6 फरवरी तक
यह होंगे प्रतिभागी
आर्ट वर्कशॉप के कन्वीनर सुनीत घिल्डियाल ने बताया कि इस कार्यशाला में लगभग 11 प्रतिष्ठित कालेजों व ललित कला संकाय भाग लेने जा रहे हैं। इनमें फाइन आर्ट संकाय बड़ौदा, कला भवन, शांति निकेतन, बीएचयू वाराणसी का दृश्य कला संकाय, दिल्ली कॉलेज आफ आर्ट, लखनऊ कॉलेज आफ आर्ट, चंडीगढ़ कॉलेज आफ आर्ट, जामिया मिलिया इस्लामिया का ललित कला संकाय, हैदराबाद कालेज आफ आर्ट, चित्रकला परिषद, बंगलौर से ललित कला संकाय, जयपुर के आईसीजी कालेज का ललित कला संकाय, राजस्थान विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के साथ राजस्थान स्कूल आफ आर्ट के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं ।
एक परिचय
राजस्थान स्कूल आफ आर्ट को 1857 में स्थापित किया गया था। कला को शिक्षण के जरिए बढ़ावा देने राजस्थान की सबसे पुरानी संस्था है। यह संस्था गुलाबी नगर के किशनपोल बाजार की एक पुरानी इमारत में स्थित है। इस इमारत की अपना एतिहासिक महत्व है। इस कालेज से शिक्षण प्राप्त कर चुके विद्यार्थी पिछले 150 वर्षों से ना केवल देश अपितु विदेशों में भी आज अपनी कला के दम पर पहचाने जाते हैं।
नेशनल आर्ट वर्कशॉप 3 से 6 फरवरी तक
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