जम्मू।पिछले साल श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान उठे जमीन विवाद के बाद इस साल की अमरनाथ वार्षिक यात्रा कई मान्यों में महत्वपूर्ण हो गई है। इस वार्षिक यात्रा को जहां राज्य में शांति बहाली से जोड़कर देखा जा रहा है, वहीं इस बार की यात्रा राज्य के पर्यटन उद्योग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण साबित होगी।
राज्य सरकार को उम्मीद है कि अमरनाथ यात्रा में पुरानी रौनक लौटने से राज्य में शांति की फिजा लौटेगी, इससे पर्यटन उद्योग को भी मजबूती मिलेगी। राज्यपाल एवं श्री अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के चेयरमैन एनएन वोहरा ने भी गत दिनों के अपने बालटाल दौरे के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यात्रा शुरू होने से पूर्व किसी को भी पवित्र गुफा की ओर बढ़ने न दिया जाए। इसके पीछे बोर्ड का एकमात्र उद्देश्य यही है कि यात्रा के दौरान भारी भीड़ जुटाई जाए और इस यात्रा को अमन का संदेश बनाकर पूरे देश तक पहुंचाया जा सके। यही कारण है कि पर्यटन विभाग को इस बार की यात्रा के लिए खास प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक पर्यटन विभाग इस बार जम्मू पहुंचने वाले शिव भक्तों के लिए कुछ विशेष पैकेज तैयार कर रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण व लंबी अवधि का पैकेज श्रद्धालुओं को यात्रा के साथ कश्मीर घाटी की सैर करवाने का है। जम्मू-कश्मीर टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन (जेकेटीडीसी) के इस पैकेज में श्रद्धालुओं को यात्रा से पूर्व या यात्रा के पश्चात घाटी के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर करवाई जाएगी।
यात्रा करने से पूर्व या पश्चात जम्मू ठहरने के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए भी पर्यटन विभाग ने कुछ पैकेज तैयार किए हैं। जेकेटीडीसी ने इसके लिए शिवखौड़ी व अन्य धार्मिक स्थलों का सर्किट पैकेज तैयार किया है। दो से तीन दिन के इस पैकेज में श्रद्धालुओं को शिवखौड़ी के दर्शन करवाए जाएंगे। इसके अलावा उन्हें जम्मू के स्थानीय मंदिरों की भी सैर कराई जाएगी।
पर्यटन विभाग के निदेशक एसएम साहनी के अनुसार विभाग अमरनाथ यात्रा को लेकर पूरी तरह से तैयार है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जा रहे हैं। पिछले साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था भगवती नगर स्थित आधार शिविर में की जाएगी। साहनी ने कहा कि जेकेटीडीसी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कुछ पैकेज भी तैयार कर रही है, जो शिव भक्तों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी राहत का काम करेगा।
श्री बाबा अमरनाथ यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों के लिए जम्मू के होटल व्यवसायियों ने कमरों के किराए में तीस प्रतिशत व होटल के रेस्तरां में खाने पर बीस प्रतिशत छूट देने का ऐलान किया है। यह छूट शहर के छोटे-बड़े 300 होटल व लॉज में मिलेगी।
आल जम्मू होटल एंड लॉज एसोसिएशन के प्रधान इन्द्रजीत खजुरिया ने श्री अमरनाथ यात्रा प्रबंधन पर चर्चा करने के लिए जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर डॉ. पवन कोतवाल की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस छूट की घोषणा की। खजुरिया ने कहा कि उनकी एसोसिएशन के 300 सदस्य हैं और इन तमाम होटलों व लॉज के कमरों में बाबा बर्फानी के भक्तों को तीस प्रतिशत छूट दी जाएगी। इसके अलावा होटल के रेस्तरां में भी बीस प्रतिशत छूट मिलेगी।
इस बीच जम्मू पर्यटन विकास मंडल ने होटलों पर लगे सेल्स टैक्स को माफ करने के सरकारी फैसले का स्वागत करते हुए अपील की है कि होटल रेस्तरां में परोसे जाने वाले खाने पर लगने वाला वैट भी माफ किया जाए, ताकि पर्यटकों को कुछ और राहत मिल सके। मंडल ने तवी नदी के साथ-साथ भगवती नगर स्थित यात्री निवास तक एक सड़क का निर्माण करने की भी मांग की। मंडल ने कहा है कि अगर मंदिर-मस्जिद चौक से पूर्व सांइस कालेज के पिछले रास्ते तवी के किनारे-किनारे भगवती नगर स्थित आधार शिविर तक सड़क निकाली जाए तो इससे सांइस कालेज रोड व भगवती नगर रोड पर लोड कम होगा, जिससे यात्रियों को भी काफी सुविधा होगी।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें