हस्तशिल्प के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार
प्रदेश से चौदह कृतियों का चयन
पहली बार जड़ाई के लिए भी नायाब कृति शामिल
मूमल नेटवर्क, जयपुर। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की ओर हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय द्वारा श्रेष्ठ शिल्पियों को प्रतिवर्ष दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया का पहला चरण पूूरा हो गया है।इसके तहत प्रत्येक राज्य व जोन स्तर पर गठित समितियों ने अपने स्तर पर पुरस्कार योग्य शिल्पों का चुनाव कर लिया है।
राजस्थान से चुने वाले शिल्पों के लिए पिछली 13 अगस्त को भरी बरसात में राजधानी जयपुर स्थित उद्योग भवन में आठ सदस्यीय एक दल ने अगले चरण के लिए भेजे जाने योग्य शिल्पों का चुनाव किया। 'मूमलÓ को प्राप्त जानकारियों के अनुसार राजस्थान प्रदेश से पुरस्कार के लिए कुल 63 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई थीं। इनमें से राज्य स्तरीय समिति ने कुल 14 शिल्पों को पुरस्कार की दौड़ में शामिल रहने लायक माना। शेष 49 शिल्पों को नहीं चुना जा सका। अब चयनित शिल्पों के लिए विधिवत आवेदन लेकर शिल्पियों से शपथपत्र भरवाएं जाएंगे। इसके बाद प्रदेश से संबंधित मुख्यालय के लिए प्रदेश स्तरीय चयन समिति की सिफारिश के साथ चयनित प्रविष्ठियों को दिल्ली भेजा जाएगा।
कौन-कौन था प्रदेश चयन समिति में
प्रदेश चयन समिति के लिए निर्धारित 4 सरकारी अधिकारियों के साथ आयुक्त (हस्तशिल्प) द्वारा नामित जिन 4 वरिष्ठ जानकारों को शामिल किया गया था उनमें फड़ पेंटिग्स के शिल्प गुरू प्रदीप मुखर्जी, मिनिएचर पेंन्टिग्स के शिल्प गुरू तिलक गीताई, चर्म पात्रों पर कार्विंग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सममानित लालसिंह भाटी तथा कला मर्मज्ञ मानी जाने वाली श्रीमती चन्द्रमणि सिंह थे।चयनित प्रविष्ठियां
शिल्पी वर्गकमल मीनाकार सोने पर मीनाकारी
धर्मेंद्रसिंह भल्ला सोने पर जड़ाई
कमलेश जांगिड़ वुड कार्विंग
जाकिर हुसैन बोन कार्विंग
सूरज नारायण दाबू प्रिंट
मोहनलाल गूर्जर चमड़े की जूती
कल्याणमल साहू पिछवाई
हेमन्त रामदेव मिनिएचर पेंटिंग
नंद किशोर जोशी फड़ पेंटिंग
गोपाल जोशी फड़ पेंटिंग
त्रिलोक सोनी पिछवाई
रेवाशंकर मिनिएचर पेंटिंग
आगे क्या होगा
हालांकि चयन प्रक्रिया अपने निर्धारित कार्यक्रम से देरी से शुरू हुई फिर भी अगर आगे की कार्रवाई समयानुसार चले तो चयनित प्रविष्ठियों को अगले सप्ताह तक दिल्ली भेजा जाएगा। उसके बाद दूसरे चरण में मुख्यालय स्तर पर चयन समिति द्वारा 7 सितम्बर 2012 को देशभर से आई प्रविष्ठियों में से पुरस्कार योग्य शिल्पों का चयन होगा। उसके बाद अंतिम चरण में केन्द्रीय स्तरीय चयन समिति द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए 20 व राष्ट्रीय प्रमाण पत्रों के लिए भी 20 श्रेष्ठ शिल्पकृतियों का चयन किया जाएगा। अगर सब कार्य समय से हों तो यह समिति अपना कार्य 21 नवम्बर 2012 को पूरा करेगी।हालांकि ऐसा कभी नहीं हुआ है, फिर भी अगर तय कार्यक्रम के अनुसार चयनित शिल्पकृतियों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और वर्ष 2011 के लिए शिल्पगुरू सम्मान इसी वर्ष दिसम्बर के महीने में हस्तशिल्प सप्ताह के दौरान वितरित किए जाएंगे।
समितियों की संरचना
मुख्यालय स्तरीय समिति
1. डीसी के अध्यक्ष
2. एडीसी संयोजक
3. एडीसी (हथकरघा)
4. 3 हस्तशिल्प से गैर सरकारी विषय विशेषज्ञ
केन्द्रीय स्तरीय चयन समिति
1. सचिव के अध्यक्ष (कपड़ा)
2. विकास आयुक्त (हस्तशिल्प)
3. विकास आयुक्त (हथकरघा)
4. अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक
5. अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक, एचएचईसी सदस्य
6. कार्यकारी निदेशक, सदस्य / निफ्ट प्रवर्तन निदेशालय
7. 4 अन्य विषय विशेषज्ञ